डायबिटीज, हार्ट और त्वचा के लिए वरदान है कटहल: सेहत के राज और फायदे

डायबिटीज, हार्ट और त्वचा के लिए वरदान है कटहल: सेहत के राज और फायदे

कटहल: स्वाद से लेकर सेहत तक का सफर

कटहल, जिसे वैज्ञानिक भाषा में आर्टोकार्पस हेटरोफिलस कहते हैं, आमतौर पर हर घर में सब्ज़ी, फल या स्नैक्स के रूप में खाया जाता है। लेकिन कम लोग जानते हैं कि कटहल डायबिटीज, दिल, हड्डियों और त्वचा की समस्याओं के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है।

डायबिटीज के मरीज़ जब टेस्टी खाना तलाशते हैं तो अक्सर उनके विकल्प कम रह जाते हैं। कटहल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है। रिसर्च में यह पाया गया है कि उसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स इंसुलिन की प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं। भारत और साउथ ईस्ट एशिया के पारंपरिक इलाजों में भी इसका पत्ता और बीज डायबिटीज कॉन्ट्रोल करने में इस्तेमाल किए जाते हैं।

दिल, पाचन और इम्यूनिटी: कटहल के सुपर गुण

दिल, पाचन और इम्यूनिटी: कटहल के सुपर गुण

हार्ट पेशेंट्स के लिए कटहल फायदेमंद है क्योंकि इसमें पोटैशियम भरपूर मात्रा में मिलता है। यह सोडियम का असर घटाता है और ब्लड प्रेशर को बैलेंस करता है। साथ ही, इसमें मिलने वाला डाइटरी फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।

जिन्हें पाचन संबंधी शिकायतें रहती हैं, उनके लिए भी कटहल बहुत असरदार है। हाई फाइबर कंटेंट पेट को साफ रखता है और कब्ज की समस्या से राहत देता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम कैल्शियम अवशोषण को बढ़ाता है – इसका मतलब हड्डियां मजबूत रहती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।

अगर बात करें त्वचा के लिए, तो कटहल में मिलने वाला विटामिन सी कोलेजन का फ्लो बढ़ाता है – यानी त्वचा जवां दिखेगी, दाग-धब्बों और झुर्रियों की टेंशन कम होगी। पारंपरिक दौर में कटहल के पत्ते और जड़ का पेस्ट घाव भरने, फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन में लगाया जाता था। वैज्ञानिक रिसर्च भी इसके इन एंटीमाइक्रोबियल गुणों की पुष्टि करते हैं।

कटहल का एक और प्लस पॉइंट है कि इसमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो कैंसर सेल्स को बनने से रोक सकते हैं। हालांकि, इस क्षेत्र में अभी और रिसर्च होना बाकी है, लेकिन लोक चिकित्सा में इसके फायदे लंबे समय से माने जाते हैं।

अगर आप वेजिटेरियन हैं और प्रोटीन या मीट का विकल्प ढूंढ रहे हैं, तो कच्चा कटहल यानी जैकफ्रूट सब्ज़ी के रूप में खाइए। इसके पकते ही स्वाद बदलता है और मिठास, विटामिन्स व एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को और चुस्त बनाते हैं। नियमित सेवन आपकी इम्यूनिटी और क्रॉनिक बीमारियों से बचाव में मदद करता है।

  • Pooja Joshi

    इनके सभी पोस्ट देखें:

एक टिप्पणी लिखें