जब अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन ने अज़िम प्रेमजी स्कॉलरशिप 2025 का द्वार खोला, तो देश के 18 राज्यों में सरकारी स्कूलों की 2.5 लाख लड़कियों को आशा की नई किरण मिली। इस साल की स्कॉलरशिप का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की छात्राओं को 30,000 रुपये वार्षिक सहायता देना है, जिससे उनका उच्च शिक्षा का सफर आसान हो सके। आवेदन 30 सितंबर 2025, रात 11:59 PM तक खुला रहेगा, इसलिए देर न करें, नहीं तो मौका हाथ से निकल सकता है।
पार्श्वभूमि और मिशन
अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन, जो कि अज़िम प्रेमजी द्वारा 2000 में स्थापित किया गया, हमेशा से शिक्षा में समानता लाने के लिए काम करता आया है। 2020 में शुरू हुई यह पहल, अब पाँचवीं पीढ़ी तक पहुंच गई है, जहाँ प्रत्येक वर्ष लाखों लड़कियों को अध्ययन के लिए आर्थिक सहारा मिलता रहा है। पिछली साल (2024‑25) में यह योजना मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और झारखंड के कुछ जिलों तक सीमित थी; अब इसे पूरे देश के 18 राज्य‑स्तर पर विस्तारित किया गया है।
पात्रता मानदंड
स्कॉलरशिप के लिए चयनित छात्रा को कुछ स्पष्ट मानदंडों को पूरा करना होगा:
- सरकारी विद्यालय से कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा नियमित रूप से उत्तीर्ण होनी चाहिए।
- 2025‑26 शैक्षणिक वर्ष के लिए मान्य विश्वविद्यालय या मान्य निजी कॉलेज में प्रथम वर्ष में प्रवेश हो।
- कोर्स का अवधि 2‑5 साल होना चाहिए, चाहे वह डिप्लोमा हो या स्नातक डिग्री।
- आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आती हो – परिवार की वार्षिक आय सीमा पर फाउंडेशन के दिशा‑निर्देश लागू होते हैं।
- उल्लिखित 18 राज्यों में से किसी एक में सरकारी स्कूल में पढ़ाई पूरी की हो: अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिज़ौरम, नागालैंड, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड।
यदि आप इन शर्तों को पूरा कर रहे हैं, तो अगला कदम आवेदन प्रक्रिया है।
आवेदन प्रक्रिया – कदम‑दर‑कदम
आवेदन करने वाले को azimpremjifoundation.org पर जाना होगा। साइट पर ‘What We Do’ टैब → ‘Education’ सेक्शन → ‘Azim Premji Scholarship 2025’ लिंक पर क्लिक करने से फॉर्म खुल जाएगा। दो प्रकार के अकाउंट होते हैं:
- नया आवेदक – ‘New Applicants Cohort 2025’ पर रजिस्टर करें।
- पुर्न‑आवेदक – पहले से बने यूज़रनेम‑पासवर्ड से लॉग‑इन करें।
लॉग‑इन के बाद फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षणिक विवरण और बैंक अकाउंट (आधार‑लिंक्ड) भरें। फॉर्म के अंत में एक छोटा आवेदन शुल्क (ऑनलाइन भुगतान) देना होगा। सबमिट करने से पहले, सभी दस्तावेज़ों को PDF/PNG/JPG में, 1.5 MB से कम आकार में अपलोड करना याद रखें।
आवश्यक दस्तावेज़ और उन्हें कैसे अपलोड करें
हर दस्तावेज़ स्पष्ट और रंगीन स्कैन होना चाहिए। ट्रांसपेरेंट बैकग्राउंड या इमोजी वाला फाइल स्वीकार नहीं किया जाएगा। मुख्य दस्तावेज़ यह हैं:
- 2×2 इंच का पासपोर्ट‑साइज़ फोटो (साफ़ बैकग्राउंड, 6 महीने से कम पुराना)।
- स्कैन किया हुआ सिग्नेचर।
- आधार कार्ड (फ्रंट साइड) – नाम, फ़ोटो, जन्म तिथि, लिंग स्पष्ट होने चाहिए।
- कक्षा 10 और कक्षा 12 की मार्कशीट (असली)।
- बैंक पासबुक का फ्रंट पेज।
- कॉलेज प्रवेश प्रमाण – प्रॉविजनल एंट्री लेटर, बोनाफाइड सर्टिफ़िकेट या फीस रसीद। इसमें छात्र का नाम, कॉलेज का नाम, कोर्स शुरू होने की तिथि, और आधिकारिक मुहर‑हस्ताक्षर होना अनिवार्य है।
सब अपलोड करने के बाद ‘Submit’ बटन दबाएँ और एक PDF कॉपी डाउनलोड करके प्रिंट रख लें – यह बाद में कोई भी दस्तावेज़ सत्यापन के लिये काम आएगा।
वित्तीय सहायता और उसके प्रभाव
स्कॉलरशिप का मुख्य आकर्षण 30,000 रुपये की सालाना अनुदान राशि है, जो सीधे छात्रा के आधार‑लिंक्ड बैंक खाते में जमा की जाएगी। फंड पूरे कोर्स की अवधि तक जारी रहेगा, बशर्ते छात्रा बीच में पढ़ाई छोड़ न दे। यह राशि ट्यूशन, किताबें, पोर्टेबल लैपटॉप या रोज़मर्रा की अन्य जरूरतों को कवर कर सकती है।
विशेष रूप से ग्रामीण या पहाड़ी क्षेत्रों की लड़कियों के लिए यह पैसा एक सच्चा जीवन‑रक्षक है। एक सर्वे के अनुसार, लगभग 65 % आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की महिलाएँ हाई‑स्कूल के बाद पढ़ाई छोड़ देती हैं; इस स्कॉलरशिप से वह संख्या घटने की उम्मीद है।
प्रतिभागी संस्थानों की भूमिका
स्कॉलरशिप केवल फाउंडेशन की नहीं, बल्कि उन कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की भी है जहाँ छात्रा पढ़ाई करती है। संस्थाओं को बोनाफाइड प्रमाणपत्र या प्रवेश पत्र जारी करने की ज़िम्मेदारी है; साथ ही, छात्रा की पढ़ाई अवरोध मुक्त रहे, इसके लिये उचित मार्गदर्शन केंद्र स्थापित करना भी आवश्यक है। कई संस्थानों ने पहले ही इस पहल को अपना समर्थन दे दिया है और फाउंडेशन के साथ मिलकर मॉनिटरिंग प्रक्रिया तैयार कर ली है।
भविष्य की दिशा और अगला कदम
अज़िम प्रेमजी फाउंडेशन ने घोषणा की है कि 2026‑27 में भी इस स्कॉलरशिप को बढ़ाया जाएगा, ताकि और अधिक लड़कियों को लाभ मिले। अब सवाल यह है कि यह योजना कैसे विस्तार पाती रहेगी, खासकर उन राज्यों में जहाँ महिला शिक्षा की दर अभी भी 50 % से नीचे है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि राज्य सरकारें इस पहल को अपने उज्जवल कार्य‑नीति में शामिल करें, तो स्कॉलरशिप का प्रभाव दोगुना हो सकता है।
आपके पास अभी भी कुछ दिन बचे हैं – देर न करें, आज ही आवेदन करके अपनी पढ़ाई का भविष्य सुरक्षित बनाएं।

Frequently Asked Questions
स्कॉलरशिप के लिए कब तक आवेदन किया जा सकता है?
आवेदन 30 सितंबर 2025 को रात 11:59 PM तक खुला रहेगा। इस तारीख के बाद कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा, इसलिए समय पर अपलोड करना जरूरी है।
क्या निजी विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाली छात्रा भी पात्र है?
हाँ, यदि वह मान्य निजी कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश लेती है और बाकी सभी मानदंड जैसे सरकारी स्कूल से पास होना, आधार‑लिंक्ड बैंक अकाउंट, आदि पूरा करती है, तो वह पात्र मानी जाएगी।
स्कॉलरशिप रकम किस रूप में दी जाएगी?
हर छात्रा को 30,000 रुपये वार्षिक राशि उसके आधार‑लिंक्ड बैंक खाते में सीधा जमा किया जाएगा। यह भुगतान पूरे कोर्स की अवधि में साल‑दर‑साल जारी रहेगा, बशर्ते पढ़ाई में कोई रुकावट न आए।
यदि छात्रा पढ़ाई के दौरान ड्रॉप‑आउट कर दे तो क्या होगा?
ड्रॉप‑आउट करने पर स्कॉलरशिप तुरंत बंद हो जाएगी तथा भविष्य में पुनः आवेदन की अनुमति नहीं होगी। फाउंडेशन यह नियम इसलिए रखता है ताकि मदद वास्तव में निरंतर शिक्षा पाने वाली लड़कियों तक पहुँचे।
कौन से दस्तावेज़ सबसे अधिक अस्वीकार होने का कारण बनते हैं?
अस्पष्ट स्कैन, फ़ाइल आकार सीमा से बड़ी फ़ाइलें, या फोटो में पृष्ठभूमि का स्पष्ट न होना अक्सर अस्वीकृति का कारण बनते हैं। इसलिए सभी दस्तावेज़ हाई‑क्वालिटी, रंगीन और 1.5 MB से कम आकार में अपलोड करने की सलाह दी जाती है।
द्वारा लिखित Pooja Joshi
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