भारत महिला क्रिकेट ने ब्रिस्टल में 24 रन से इंग्लैंड को हराकर 2-0 की बढ़त ली

भारत महिला क्रिकेट ने ब्रिस्टल में 24 रन से इंग्लैंड को हराकर 2-0 की बढ़त ली

मैच का सारांश और प्रमुख क्षण

ब्रिस्टल में रात के उजाले में खेला गया दूसरा T20 अंतरराष्ट्रीय मैच भारत महिला क्रिकेट के लिए एक मीठा अवसर बन गया। भारत ने 20 ओवर में 181/4 का लक्ष्य निर्धारित किया, जो आजकल के T20 मानकों को देखते हुए बहुत प्रतिस्पर्धी था। इस लक्ष्य को हासिल करने में अमनजोत कौर और जेमिमाह रोड्रिग्ज ने मिलकर 126 रन का साझेदारी बनाया, जिससे तालिकाओं के बीच भारत को एक मजबूत जगह मिली।

अमनजोत कौर ने केवल 40 गेंदों में अपना करियर‑बेस्ट 63 रन बनाए। उसके बाद जेमिमाह ने 41 गेंदों में समान 63 रन जोड़कर टीम को आगे बढ़ाया। दोनों खिलौनों ने अपने-अपने शॉट्स को सही समय पर मारते हुए रनों की धारा को बनाये रखा। इस दौरान भारत की गेंदबाज शत्रु पर लगातार दबाव बनाए रखी, जिससे इंग्लैंड को 157/7 पर रुकना पडा।

इंग्लैंड की ओर से लैरन बेल ने सबसे अच्छा गेंदबाजी प्रदर्शन किया, 4 ओवर में 2 विकेट लेकर 17 रनों को ही दीखा। लौरिन फ़ाइलर का प्रदर्शन थोड़ा झटा रहा, 1 विकेट के साथ 42 रन दीखे। इंग्लैंड की शुरुआती ओपनर टैमी ब्यूटॉन ने 35 गेंदों पर 54 रन जमा कर अच्छी शुरुआत की, लेकिन उसके बाद टीम की गति टूट गई। सोफ़ी एकलस्टोन ने भी 23 गेंदों में 35 रन बनाकर थोड़ी मदद की, पर कुल मिलाकर इंग्लैंड को लक्ष्य तक पहुँचने में कठिनाई हुई।

  • भारत महिला क्रिकेट ने 181/4 बनाते हुए 150 का लक्ष्य पार किया।
  • अमनजोत कौर: 63(40) और 1/28
  • जेमिमाह रोड्रिग्ज: 63(41)
  • श्री चारनी: 2/28
  • डिप्टी शर्मा: 1/30
टीम की तैयारी और भविष्य की राह

टीम की तैयारी और भविष्य की राह

इस जीत के बाद भारत महिला टीम ने दिखा दिया कि वे बैट, बॉल और फील्डिंग में संतुलित खेल रही हैं। कोचिंग स्टाफ ने पहले से ही इस टूर के लिए विशेष योजना बनाई थी, जिसमें तेज़ पिच का फायदा उठाने के लिए चार्जिंग मैनेजमेंट पर ज़ोर दिया गया था। मैच के बाद अमनजोत ने कहा, "कोई दबाव नहीं था, बस अपने खेल को सहज रूप से खेलने की कोशिश की।" उनका यह आत्मविश्वास टीम के अंदर सकारात्मक माहौल बनाता है।

टूर के शेष तीन मैचों में भारत को अभी भी अच्छी शर्तें मिली हैं। यदि वे फील्डिंग में भी यही तेज़ी बनाए रखें और बॉलर्स लीडरशिप रोल में बने रहें, तो श्रृंखला जीतने की संभावनाएँ काफी बढ़ जाती हैं। इंग्लैंड के लिए अब काम कठिन हो गया है; उन्हें अपने मध्यक्रम को स्थिर करने की जरूरत है, क्योंकि पहले दो ओवरों में उनका चलन थोड़ा धीमा रहा।

मैच को इंग्लैंड के ऑन‑फील्ड रेफरी अन्ना हैरिस और जेम्स मिडलब्रुक ने नियंत्रित किया, जबकि जैकलीन विलियम्स ने थर्ड अंपायर का काम संभाला। हेलेन पैक ने रेफ़री के पद पर बहुत पेशेवर ढंग से काम किया। यह सब मिलकर मैच को साफ‑सुथरा और रोमांचक बना गया।

  • Pooja Joshi

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