भूल भुलैया 3 का रिव्यू: कार्तिक आर्यन, विद्या बालन और माधुरी दीक्षित की 'खिचड़ी' नहीं हुई हज़म

भूल भुलैया 3 का रिव्यू: कार्तिक आर्यन, विद्या बालन और माधुरी दीक्षित की 'खिचड़ी' नहीं हुई हज़म

फिल्म की पृष्ठभूमि

'भूल भुलैया 3' एक बहुप्रतीक्षित फिल्म थी जो पिछले सीक्वल की यादें ताजा करने का प्रयास कर रही थी। फिल्म के निर्देशन का जिम्मा इस बार भी अनीस बज्मी ने लिया, जो बॉलीवुड में कॉमेडी फिल्मों के प्रख्यात नाम हैं। पहले भाग में अक्षय कुमार, विद्या बालन और शाइनी आहूजा जैसे सितारों ने धमाकेदार काम किया था, जिसकी वजह से दूसरा भाग एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता था। फिल्म का निर्मित होना और उसमें कार्तिक आर्यन, विद्या बालन और माधुरी दीक्षित का होना इसे विशेष बनाता है।

कलाकारों का अभिनय और कथा

फिल्म की कहानी एक पारंपरिक अविश्वसनीय तत्व और आधुनिक सोच का मिश्रण करने की कोशिश करती है। कहानी की शुरुआत विद्या बालन के कुख्यात किरदार मंजुलिका की वापसी से होती है। मंजुलिका के भूत का रोल एक बार फिर से विद्या निभा रही हैं, और उनका अभिनय प्रभावित करता है। कार्तिक आर्यन इस भाग में हंसी मजाक के साथ हल्कापन लाने का प्रयास करते हैं, जो कि कहानी को संजीदगी से दूर ले जाता है। माधुरी दीक्षित ने भी अपनी छवि के अनुसार संतुलित प्रदर्शन किया है।

कहानी की कमियाँ

फिल्म की कहानी में कई छिद्र हैं, जो दर्शकों की समझ को चुनौती देते हैं। फिल्म की कहानी मंजुलिका के भूत और एक तथाकथित आध्यात्मिक गुरु के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म की शुरुआत में दर्शकों को जोश से भरने में यह सफल होती है, पर जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, यह उलझनों में फंस जाती है। पटकथा में इतनी सारी परतें हैं कि यह दर्शकों के भ्रम को बढ़ाता है। पात्रों के उतार-चढ़ाव और गैर-तर्कसंगत मोड़ों के कारण कहानी जटिल हो जाती है।

फिल्म की निराशाएं

'भूल भुलैया 3' की उम्मीदें, जोकि इसके शीर्ष कलाकारों के कारण ऊँची थी, पर फिल्म वहीं तक ही सीमित रह गई। पटकथा की जटिलता ने इसे परिवार के साथ देखने के लिए कठिन बना दिया। कहानी भले ही अद्वितीय हो, लेकिन यह दर्शकों की अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर पाती। फिल्म जिस स्तर पर दर्शकों को हंसाने का प्रयास करती है, वहां वह अपनी मूल कहानी से दूर हो जाती है। टेढ़े-मेढ़े मोड़, परिस्थितियों का चित्रण और संवाद, सब कुछ दर्शकों के लिए सरदर्द साबित होते हैं।

समापन टिप्पणी

अनीस बज्मी द्वारा निर्देशित 'भूल भुलैया 3' के साथ दर्शकों की अपार उम्मीदें थीं। फिल्म कलाकारों के चमकदार प्रदर्शन के बावजूद कहानी और निर्देशन में सुधार की गुंजाइश छोड़ देती है। यह संभव है कि फिल्म अगले सीक्वल्स के लिए एक मजबूत नींव न बन पाए। क्या यह फिल्म किसी चौथी श्रृंखला के लिए आधार बन सकती है, यह भविष्य ही बताएगा।

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