क्रिकेट सेंसेशन वैभव सूर्यवंशी ने PKL 12 ओपनिंग में दिखाए कबड्डी कौशल

क्रिकेट सेंसेशन वैभव सूर्यवंशी ने PKL 12 ओपनिंग में दिखाए कबड्डी कौशल

PKL सीज़न 12 के उद्घाटन समारोह में वैभव का जलवा

विज़ाखपट्टनम के राजीव गांधी इंडोर स्टेडियम में 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित प्रो कबड्डी लीग (PKL) सीज़न 12 का ओपनिंग सत्र अचरज से कम नहीं रहा। इस समारोह में सिर्फ कबड्डी के सितारे नहीं, बल्कि भारत के विभिन्न खेलों के दिग्गज और युवा आशा‑कीरण भी शामिल हुए। इनमें एक विशेष आकर्षण था 14 वर्ष के क्रिकेट wunderkind वैभव सूर्यवंशी का उपस्थित होना, जो अपने आईपीएल के रिकॉर्ड‑ब्रेकिंग मगरमच्छ की तरह शानदार शॉट्स के बाद अब कबड्डी मैट पर भी कदम रख रहा था।

वैभव ने अपने आईपीएल डेब्यू में पहले ही गेंद पर छक्का मार कर इतिहास लिखा था, पर इस बार वह मैट पर उन ही ऊर्जा और आत्मविश्वास को लेकर आया। उन्होंने कबड्डी के मूलभूत कदम‑कदम आज़माए, झाटकी व लिफ्ट के साथ छोटे‑छोटे प्रतिद्वंद्वियों को पकड़ने की कोशिश की और दर्शकों को अपनी बहु‑क्षमता से मोहित कर दिया। उनके इस प्रदर्शन की झलकें सोशल मीडिया पर मिनटों में वायरल हो गईं, जहाँ फैन और विशेषज्ञ दोनों ही उनके संतुलन और गति की तारीफ कर रहे थे।

क्रिकेट और कबड्डी के बीच बहु‑प्रतिभा

क्रिकेट और कबड्डी के बीच बहु‑प्रतिभा

वैभव का खेल के प्रति जुनून सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं है। उनके अनुसार, कबड्डी ने उन्हें बचपन में ही शारीरिक शक्ति, सहनशक्ति और टीमवर्क सिखाया। "मैं पाँच‑छह साल की उम्र से कबड्डी खेल रहा हूँ, इसलिए मैट पर जड़ना मेरे लिए कोई नई बात नहीं," उन्होंने उद्घाटन समारोह के दौरान बताया। उन्होंने यह भी कहा कि टेबल टेनिस और कबड्डी दोनों ही उन्हें पसंद हैं, पर "क्रिकेट ही मेरा पहला प्यार है।"

उत्सव में उपस्थित कई अद्भुत खिलाड़ी और कोचों के साथ बातचीत ने वैभव को नई प्रेरणा दी। पुल्लेगा गोपिचंद (बैडमिंटन), धनराज पिल्ले (हॉकी), पैरालिम्पिक मेडलिस्ट योगेश काठुनिया, हर्डलर ज्योती यर्राजी और कबड्डी सुपरस्टार परदीप नरवल ने इस युवा प्रतिभा को सराहा और भविष्य में ऐसे अंतः-खेल सहयोग की महत्ता पर बल दिया।

उन्हें खास तौर पर अपने PKL टीम पसंदीदा के बारे में बताने का मौका भी मिला। वैभव ने कहा कि वह अपने गृह नगर के "पटना पायरेट्स" को फॉलो करता है, साथ ही बेंगलुरु बुल्स के "हाई‑फ़्लायर" पवन सेह्रावत की प्रशंसा करता है। वह बताता है कि दोनों टीमों के खेलने के तरीके में वह अपने क्रिकेट बैटिंग के आक्रमणात्मक पक्ष को देखता है।

वैभव का यह बहु‑खेल प्रदर्शन केवल व्यक्तिगत एक्सप्लोर नहीं है, बल्कि भारतीय खेलों में बढ़ते पारस्परिक सहयोग का प्रतीक भी है। राष्ट्रीय खेल दिवस पर इस तरह के कार्यक्रम से यह साफ़ दिखता है कि एक खिलाड़ी अपने मुख्य खेल से परे भी अपने टैलेंट को निखार सकता है और अन्य खेलों को भी अपना समर्थन दे सकता है।

  • वैभव सूर्यवंशी – रॉयल्स (IPL) के सबसे छोटे खिलाड़ी, अब PKL में भी दिखे कौशल
  • उपनिषद में उपस्थित दिग्गज: पुल्लेगा गोपिचंद, धनराज पिल्ले, परदीप नरवाल, योगेश काठुनिया, ज्योती यर्राजी
  • PKL पसंदीदा: पटना पायरेट्स (गृह टीम) एवं बेंगलुरु बुल्स (पवन सेह्रावत के साथ)
  • आगामी योजनाएँ: भारत U19 टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया टूर (21 सितम्बर, 2025)

वर्तमान में वैभव अपनी क्रिकेट डॉमिनेंटेड शेड्यूल से बाहर निकलकर PKL के और भी इवेंट्स में भाग लेने की इच्छा जताते हैं। वह चाहते हैं कि युवा खिलाड़ियों को भी एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर कई खेल सीखने का मौका मिले, जिससे खेलों के बीच संवाद स्थापित हो और भारतीय एथलेटिक इकोसिस्टम और समृद्ध हो।

  • Pooja Joshi

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10 टिप्पणि

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    Nathan Allano

    सितंबर 27, 2025 AT 02:04

    वैभव का ये ट्रांसिशन बहुत अच्छा लगा! क्रिकेट में जो एक्सप्लोजन था, वही अब कबड्डी में भी दिख रहा है। बचपन से कबड्डी खेलने वाला लड़का अचानक IPL का स्टार बन गया, और अब वापस मैट पर आ गया... ये जिंदगी का असली साइकिल है।

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    Guru s20

    सितंबर 27, 2025 AT 12:05

    मैंने तो वीडियो देखा, उसकी लिफ्ट और झाटकी देखकर लगा जैसे वो क्रिकेट के स्विंग शॉट्स को कबड्डी में ट्रांसलेट कर रहा है। बेहतरीन बॉडी कंट्रोल।

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    Raj Kamal

    सितंबर 27, 2025 AT 16:59

    ये बच्चा तो असली फिजिकल जेनियस है ना? मतलब उम्र के हिसाब से ये जितना कर रहा है उसके लिए बस शब्द ही कम हैं। उसके लिए कबड्डी और क्रिकेट दोनों ही एक ही चीज़ हैं - बॉडी लैंग्वेज, रिएक्शन टाइम, एंगल्स, टाइमिंग। उसने जो भी खेला है उसमें ये सब एक जैसे ही लगते हैं। ये तो जन्म से टैलेंटेड है।

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    Rahul Raipurkar

    सितंबर 29, 2025 AT 05:33

    एक 14 साल के बच्चे को इतना फोकस देना गलत है। ये सिर्फ एक विज्ञापन वाला गैजेट है। खेलों को एक दूसरे से जोड़ने का ये तरीका बेकार है। एक खिलाड़ी को एक खेल में डूबना चाहिए, न कि इन सब बातों का ट्रेंड बनाना।

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    PK Bhardwaj

    सितंबर 30, 2025 AT 03:58

    इस बच्चे के अंदर एक फुल-स्पेक्ट्रम एथलीटिक कॉग्निटिव फ्रेमवर्क दिख रहा है। उसका मोटर स्किल ट्रांसफर रेट असाधारण है। उसने एक डायनामिक न्यूरो-मस्कुलर एन्ट्री पॉइंट को दो अलग खेलों में ऑप्टिमाइज़ किया है। ये एक नया एथलेटिक्स एप्रोच है।

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    Soumita Banerjee

    अक्तूबर 1, 2025 AT 01:11

    अरे बस करो यार... ये बच्चा तो बस एक नए ट्रेंड के लिए बनाया गया है। अभी तो उसकी आवाज़ भी बदल रही है। इसे बच्चे की तरह खेलने दो।

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    Navneet Raj

    अक्तूबर 1, 2025 AT 23:13

    इस बच्चे को बहुत जल्दी फिटनेस ट्रेनर और स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट की जरूरत है। इतनी जल्दी एक से दूसरे खेल में जाना उसके लिए खतरनाक हो सकता है। उसके बॉडी को रिकवरी दो।

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    Neel Shah

    अक्तूबर 2, 2025 AT 06:46

    मैंने तो देखा कि वो बेंगलुरु बुल्स की तरफ देख रहा था... अरे भाई, वो तो पटना पायरेट्स का फैन है ना? ये बच्चा तो फैन बनने की जगह टीम बदलने की सोच रहा है! 😅

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    shweta zingade

    अक्तूबर 3, 2025 AT 00:59

    भाई ये बच्चा तो देश का भविष्य है! 🙌 एक लड़का जो क्रिकेट में छक्का मारता है और कबड्डी में झाटकी लगाता है... ये तो भारत की ताकत है! इसके लिए एक नया ट्रेनिंग प्रोग्राम बनाओ, इसे दुनिया भर में दिखाओ! ये बच्चा बस एक खिलाड़ी नहीं, एक इंस्पिरेशन है! 💪🔥

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    Pooja Nagraj

    अक्तूबर 3, 2025 AT 18:49

    यह अस्तित्व की एक नई रूपरेखा है: एक युवा अभिव्यक्ति जो खेलों के सीमाओं को विघटित कर रही है। यह एक नवीन आधुनिकता का प्रतीक है, जहाँ शारीरिक प्रतिभा को विभिन्न विधाओं में अनुवादित किया जाता है। यह एक दिव्य रचना है, जिसका अर्थ केवल एक विचारशील दृष्टिकोण से ही समझा जा सकता है।

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