मुंबई में लगातार बारिश से उद्योग व यातायात ठप, IMD ने जारी किया पीला अलर्ट

मुंबई में लगातार बारिश से उद्योग व यातायात ठप, IMD ने जारी किया पीला अलर्ट

मुंबई में भारी बारिश से पानी-पानी, यातायात बाधित

मुंबई में लगातार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सड़कों पर पानी भर जाने के कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में जलजमाव हो गया है, जिससे यात्रियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, मुंबई ने आगामी दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके चलते पालघर, ठाणे, मुंबई, और रायगढ़ जिलों के लिए 'लाल' अलर्ट जारी किया गया है।

हवा यात्रा पर असर

लगातार बारिश के कारण मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों के संचालन में अवरोध उत्पन्न हो रहा है। एयर इंडिया और इंडिगो जैसी प्रमुख एयरलाइंस ने यात्रियों को सूचित किया है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करें और किसी भी संभावित विलंब के लिए तैयार रहें। भारी बारिश की वजह से हवाई अड्डे के रनवे पर पानी भर जाने और दृश्यता कम होने के कारण उड़ानों में विलंब हो रहा है।

स्थानीय ट्रेनों की रफ्तार धीमी

स्थानीय ट्रेनों का संचालन भी बारिश के कारण प्रभावित हुआ है। मध्य रेलवे लाइन की ट्रेनें धीमी गति से चल रही हैं क्योंकि भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण दृश्यता में कमी आई है। पनवेल-चुक लाइन को आज सुबह 9:42 बजे के आसपास निलंबित कर दिया गया, जोकि बाढ़ की स्थिति के कारण था। इस कारण ट्रेन नंबर 12126 को कल्याण मार्ग से भेजा गया। शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की रिपोर्ट्स आई हैं जिनमें भांडुप पंपिंग स्टेशन, विक्रोली और किंग सर्कल प्रमुख हैं। अंधेरी सबवे को वाहन यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।

जलाशयों में बढ़ा जल स्तर

लगातार भारी बारिश के कारण मुंबई को पानी आपूर्ति करने वाले दो प्रमुख जलाशय, तुलसी और तांसा, ओवरफ्लो हो गए हैं। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग विभाग ने बताया कि मध्य वैतरणा का उपयोगी जल स्टॉक 63.32% तक बढ़ गया है, जबकि ऊपरी वैतरणा में 34.13% और भातसा में 64.09% है। इस बीच मोडक सागर में भी जल्द ही पानी की निकासी होने की संभावना है।

यह स्थिति चिंताजनक है क्योंकि भारी बारिश न केवल यातायात में बाधा उत्पन्न करती है, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा को भी खतरे में डालती है। विशेषकर उन इलाकों में जहां जलजमाव अधिक होता है, लोगों को घर से बाहर निकलने पर सतर्क रहना चाहिए।

  • Pooja Joshi

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5 टिप्पणि

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    Abhishek Rathore

    जुलाई 26, 2024 AT 13:32

    ये बारिश तो हर साल ही होती है, पर सिर्फ अलर्ट जारी करके क्या फायदा? ड्रेनेज सिस्टम तो 1980 के दशक में बना था, अभी भी उसी पर भरोसा है।
    कोई नया प्लान नहीं, कोई निवेश नहीं, सिर्फ ट्वीट्स और फोटोज।
    बस एक दिन बारिश रुक जाएगी, और सब भूल जाएंगे।

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    Rupesh Sharma

    जुलाई 26, 2024 AT 15:03

    दोस्तों, ये सिर्फ बारिश की बात नहीं, ये शहर की बेचारी इंफ्रास्ट्रक्चर की बात है।
    हवाई अड्डे के रनवे पर पानी भर जाना? ये तो अंधेरी सबवे के बाद भी आश्चर्य नहीं।
    हम लोग बारिश के लिए नहीं, बल्कि उसके बाद भी जो नहीं होता, उसके लिए गुस्सा करते हैं।
    एक बार बजट बनाओ, ड्रेनेज ठीक करो, ट्रेनों के लिए ड्रेनेज लगाओ, और फिर बारिश आए तो भी कोई दिक्कत नहीं।
    हम अपने शहर को बचाने के लिए नहीं, बल्कि बारिश के बाद उसे फिर से बचाने के लिए लड़ रहे हैं।

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    Jaya Bras

    जुलाई 28, 2024 AT 13:06

    अब तो BMC ने तो जलाशयों का लेवल बताना शुरू कर दिया, जैसे कोई जानता ही नहीं कि ये पानी कहाँ जा रहा है।
    63.32%? बस ये नंबर दिखाकर लोगों को शांत कर देते हैं।
    और जब बारिश रुकी तो फिर भी सड़कें नहीं सूखीं, तो ये नंबर किसके लिए है? ट्विटर पर?
    पानी ओवरफ्लो हो रहा है और हमें रिपोर्ट्स भेजने को कहा जा रहा है।
    बस, अब तो बारिश के बाद भी लोगों को घर से बाहर निकलने के लिए डायमंड बूट्स लगाने पड़ेंगे।

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    Arun Sharma

    जुलाई 29, 2024 AT 13:03

    मुझे आश्चर्य है कि इतनी बारिश के बावजूद किसी ने भी राज्य सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया।
    मुंबई के जल निकासी के लिए निवेश का अभाव एक अपराध है, न कि एक असामान्य परिस्थिति।
    BMC के अधिकारी जो इस बारिश के दौरान घर पर बैठे हैं, उनकी नौकरी लेने का अधिकार ही नहीं है।
    इस तरह की बारिश के बाद भी बिजली कटना, पानी का अभाव, और ट्रेनों का निलंबन-ये सब एक नियमित घटना है, और इसका अर्थ है कि नीति निर्माण में विफलता है।
    हमें एक राष्ट्रीय जल प्रबंधन नीति की आवश्यकता है, न कि अलर्ट की।
    ये सब अनुशासन की कमी है, और इसका समाधान नियमों के द्वारा ही संभव है।
    यदि यह घटना एक निजी कंपनी के अधीन होती, तो उसकी लाइसेंस रद्द कर दी जाती।
    लेकिन यहाँ तो बस एक नए ब्रोशर का वितरण हो जाता है।

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    Ravi Kant

    जुलाई 30, 2024 AT 04:13

    बस एक बात समझ लो-हमारे यहाँ बारिश का मतलब सिर्फ पानी नहीं, जीवन है।
    कभी-कभी ये बारिश शहर को रोक देती है, लेकिन फिर लोग एक दूसरे की मदद करते हैं।
    जो बाइक पर आ रहा था, वो बच्चे को उठाकर ले गया।
    जिसके घर में बिजली नहीं थी, उसने अपने घर में दूसरों को खाना बनाने दिया।
    हमारे शहर की असली ताकत यही है-जब सब कुछ ठप हो जाए, तब भी लोग एक दूसरे के साथ खड़े हो जाते हैं।
    हम इस बारिश के खिलाफ नहीं, बल्कि इसके बाद के निर्माण के लिए लड़ रहे हैं।
    ये बारिश हमें याद दिलाती है कि हम कितने जीवित हैं।

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