Narayan Jagadeesan ने बनाया नया रिकॉर्ड: एक ओवर में सात फोर, विराटहैज़र ट्रॉफी में इतिहास रचा

Narayan Jagadeesan ने बनाया नया रिकॉर्ड: एक ओवर में सात फोर, विराटहैज़र ट्रॉफी में इतिहास रचा

रिपोर्ट की पृष्ठभूमि और रिकॉर्ड का विस्तार

विकट हैज़र ट्रॉफी के प्री-क्वार्टर फाइनल में तमिलनाडु बनाम राजस्थान की टकराव में Narayan Jagadeesan ने फुटबॉल के मैदान पर नहीं, बल्कि क्रिकेट के गोल पर इतिहास रचा। वडोदरा के कोतंबी स्टेडियम में दो टीमों ने एक रोमांचक मुकाबला किया, जहाँ राजस्थान ने पहले बैटिंग करके 268 रन बनाया। इस लक्ष्य को चीरने के लिए तमिलनाडु को शुरुआती शॉट्स की जरूरत थी, और इसी को चुनौती को पूरा करने का मौका जगदेesan को मिला।

दूसरे ओवर में राजस्थान के तेज़ गेंदबाज अमन शेखावत ने एक वाइड डिलीवरी के साथ शुरुआत की, जिससे तुरंत 5 रन मिल गए। लेकिन इसके बाद का ओवर क्रिकेट के इतिहास में अब तक नहीं देखा गया। शेखावत के पहले वैध डिलीवरी को तेज़ किनारा मारते हुए जगदेesan ने पहली फोर मार ली, और फिर लगातार बिंदु, तीसरा मैन और डिप पॉइंट की ओर चार‑चार लगाते हुए ओवर को 29 रन पर समाप्त किया। वह पूरी ओवर में छह लगातार फोर मारने वाले पहले खिलाड़ी बन गए, और वाइड को भी गिनते हुए सात फोर की कुल संख्या हासिल की। इस प्रकार उन्होंने ‘एक ओवर में सात फोर’ का रिकॉर्ड स्थापित किया।

ऐसा रिकॉर्ड केवल रनों की मात्रा ही नहीं, बल्कि शैली का भी गुण है। यह पहला ऐसा क्षण था जब कोई बल्लेबाज़ बिना किसी छह के एक लिस्ट A ओवर में सबसे अधिक रनों का निर्माण कर पाया। पहले ऐसे रिकॉर्ड का स्थानिंग 1998 में क्रिशन पॉल की 28‑रन की ओवर से रहा था, पर उसने दो छक्के भी मारें थे। जगदेesan ने वही रनों को चारों की मदद से हासिल किया, जो इस फॉर्मेट में अब तक अनूठा है।

मैचे का सारांश, बल्लेबाज़ी के आँकड़े और भविष्य की संभावनाएँ

मैचे का सारांश, बल्लेबाज़ी के आँकड़े और भविष्य की संभावनाएँ

उत्साहपूर्ण ओवर के बाद जगदेesan ने अपनी पारी को 65 रन बनाकर समाप्त किया, 52 गेंदों में 10 फोर लगे। उनके साथ खोला गया टिकाऊ साथी तुशर रहेजा ने 10 रन तैयार किए, जबकि कार्तिक शर्मा ने 35 का योगदान दिया। तमिलनाडु ने निरंतर दबाव बना रखा, पर फिर भी 248 पर 20 रन से हार गई। यह अंतर मुख्य रूप से राजस्थान के तेज़ गेंदबाज़ी में दिखी लापरवाही और शेखावत की शुरुआती ओवर में 29 रनों की भलाई की वजह से आया।

राजस्थान की तरफ़ से भी कई अहम अंकों का योगदान रहा। ओपनर अभिजीत तोमर ने शतक बनाया, जबकि कप्तान महिपाल लोमर ने 60 रन बनाए, जिसमें चार फोर और चार छक्के शामिल थे। उनका आक्रमण पूरी टीम को लक्ष्य की ओर धकेलता रहा। बॉविलर वैरन चक्रवर्ती ने 5 विकेट लिए, लेकिन वह भी उच्च लक्ष्य को रोक नहीं पाए।

इस मैच का सबसे बड़ा सीख यह है कि आधुनिक क्रिकेट में छोटी-छोटी पलों की भावना खेल को निर्णायक बना सकती है। एक ओवर में सात फोर का रिकॉर्ड अब तक उभरे नई रणनीतियों और आक्रमणात्मक बैटिंग का प्रतीक है। साथ ही, यह रिकॉर्ड उन खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा देगा जो IPL जैसे बड़े मंच से बाहर रह गए हैं, लेकिन अभी भी मैदान पर चमक सकते हैं।

जगदेesan का यह प्रदर्शन IPL 2025 के नीलामी में अनसेल्ड रहने के बाद भी उनके निरंतर प्रयास और प्रतिभा को साबित करता है। भविष्य में अगर उन्हें सही अवसर मिले, तो वह न केवल घरेलू मंच पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकते हैं। इस रिकॉर्ड ने यह भी दिखाया कि भारतीय सूची‑ए क्रिकेट में अभी भी कई अनकहे रिकॉर्ड टूटने की संभावना है, बस सही माहौल और समर्थन चाहिए।

  • Pooja Joshi

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