नश्रा सन्धु की अजीब हिट-विकेट आउट, बांग्लादेश ने जीत हासिल की (विश्व कप 2025)

नश्रा सन्धु की अजीब हिट-विकेट आउट, बांग्लादेश ने जीत हासिल की (विश्व कप 2025)

जब नश्रा सन्धु, स्पिन गेंदबाज़ Pakistan ने ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के मैच में R Premadasa Stadium, कोलंबो पर बांग्लादेश की Bangladesh महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ खेलते हुए "हिट-विकेट" का अज्ञात रूप दिखाया, तो इस घटना ने तुरंत सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी।
यह अनोखा आउट 2 अक्टूबर 2025 को हुआ, जब बांग्लादेश की गेंदबाज़ शॉर्ना अर्क़तर ने 35वें ओवर की दूसरी गेंद पर नश्रा को चुनौती दी। अपनी बैट को वापस खींचते ही नश्रा ने अनजाने में हीड को स्टम्प्स से टकरा दिया, जिससे वह विश्व कप में हिट-विकेट आउट होने वाली तीसरी पाकिस्तानी खिलाड़ी बनी, पर पहली महिला।

मैच की पृष्ठभूमि और महत्व

यह मुकाबला World Cup के तिहाई चरण का एक अहम भाग था, जहाँ दोनों टीमें ग्रुप A में टेबल को टॉप पर ले जाने की कोशिश में थीं। पाकिस्तान की महिला क्रिकेट टीम ने पहले मैचों में असफलता झेली थी, जबकि बांग्लादेश ने शुरुआती जीतों से आत्मविश्वास बना रखा था। इस संदर्भ में हर ओवर, हर विकेट का वजन अधिक था।

हिट-विकेट घटना का विस्तृत विवरण

35वें ओवर की शुरुआत में शॉर्ना अर्क़तर ने एक पूर्ण लंबाई की डिलीवरी दी। नश्रा ने बैट को पूरी ताकत से स्विंग करने की कोशिश की, पर जब वह बैट को पीछे खींच रही थी, तो फॉलो-थ्रू में बैट का पिच के अंत तक पहुँचना नज़रों से छूट गया और वह सीधे स्टम्प्स पर टकरा गई। समीक्षक इसे "फ्रैक मोमेंट" कह रहे हैं, क्योंकि ऐसी स्थिति आमतौर पर तेज़ गेंदबाज़ी में देखी जाती है, स्पिन में नहीं।

उसी ओवर में बांग्लादेश के तेज गेंदबाज़ मरूफा अर्क़तर ने शानदार शुरुआती ओवर चलाए, जिसमें उन्होंने ओमाया सोहैल और सिद्ध्रा अमीन दोनों को डक (शून्य) पर उजागर किया। यह पहले ओवर ही पाकिस्तान की अकड़ को तोड़ गया और स्कोर बोर्ड पर दबाव बढ़ा।

बांग्लादेश की शानदार पारियों का विश्लेषण

बांग्लादेश के बल्लेबाज़ रुब्या हाइदर ने 54 रन बनाकर अचल छाप छोड़ी। उन्होंने 77 गेंदों पर 8 सीमा मारी, जिससे उनका स्ट्राइक रेट 70.13% रहा। शुरुआती पतन के बाद उन्होंने धैर्य दिखाते हुए दोबारा खेल को स्थिर किया और 19वें ओवर में नश्रा के गेंदबाज़ी को लक्ष्य बनाते हुए कई चारें लगाई।

कैप्टन निगर सुलताना ने भी 23 रन जोड़कर साझेदारी को 62 रन तक बढ़ाया। उनका अंडर-इंटेंसिव दृष्टिकोण और सही शॉट चयन ने टीम को लक्ष्य हासिल करने में मदद की। अंतिम ऑवरों में उन्होंने तेज़ी से दौड़ते हुए 113 गेंदों में 130 रनों की लक्ष्य को चूका दिया, जिससे बांग्लादेश ने सात विकेट से जीत दर्ज की।

यह घटना क्रिकेट में क्या बताती है?

यह घटना क्रिकेट में क्या बताती है?

हिट-विकेट आउट विश्व क्रिकेट में सबसे दुर्लभ तरीकों में से एक है; इतिहास में केवल 50 से कुछ अधिक मामलों में ही यह हुआ है। नश्रा की इस आउट ने यह साबित किया कि खेल में कभी भी अटकलबाजी नहीं होती, और यहाँ तक कि अनुभवी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी अनजाने में असामान्य परिस्थितियों में फँस सकते हैं। इस प्रकार की घटनाएँ दर्शकों को खूबसूरती से आकर्षित करती हैं और क्रिकेट की अनिश्चितता को उजागर करती हैं।

आगे क्या संभावनाएँ?

अगले मैच में पाकिस्तान को अपनी बल्लेबाज़ी को पुनः स्थिर करना होगा, क्योंकि 130 रन का लक्ष्य अभी भी उनका मानक है। कोचिंग स्टाफ ने कहा है कि नश्रा को अगले गेम में मानसिक समर्थन मिलेगा और वे उसकी गेंदबाज़ी में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं। बांग्लादेश को अब क्वार्टर-फ़ाइनल में प्रवेश करने के लिए अपने तेज़ गेंदबाज़ी को और तेज़ बनाना होगा, क्योंकि अगले प्रतिद्वंद्वी के पास सख़्त बैटिंग लाइन-अप है।

इतिहास में हिट-विकेट और विश्व कप के उदाहरण

इतिहास में हिट-विकेट और विश्व कप के उदाहरण

पहला उल्लेखनीय हिट-विकेट विश्व कप में 1993 में हुआ, जब इंग्लैंड की एलिस पेंड्रिंस ने अपनी बैट से स्टम्प्स को छुआ था। इसके बाद 2005 में भारत के मुकेश धवन ने भी इसी तरह आउट हुए। पाकिस्तान में मिस्बाह‑उल‑हाक (2011) और इमाम‑उल‑हाक (2023) ने इस रिकॉर्ड को छूआ, पर नश्रा पहले महिला खिलाड़ी बनेंगी। यह क्रम दर्शाता है कि चाहे पुरुष हों या महिलाएँ, इस अनोखी अपस्फोटक देर नहीं होती।

  • हिट-विकेट आउट की कुल संख्या: लगभग 70
  • नश्रा सन्धु का पहला विश्व कप मैच: 2022 (अभी तक कोई विकेट नहीं)
  • बांग्लादेश की वर्तमान विश्व कप रैंकिंग: 4थ (हाल ही में)
  • रुब्या हाइदर का इनिंग औसत: 38.6
  • मरूफा अर्क़तर की तेज़ गेंदबाज़ी आंकड़े: 2.1 औसत, 1.5 स्ट्राइक रेट

Frequently Asked Questions

हिट-विकेट आउट का नियम क्या है?

हिट-विकेट का मतलब है कि बैटर अपने बॉल को मारने के बाद, बैट, हाथ या कोई भी उपकरण से स्टम्प्स को टकरा दे। यह तभी मान्य है जब बल्लेबाज़ ने बॉल को खेलने की कोशिश की हो और फिर भी उपकरण स्टम्प्स से टकरा जाए।

नश्रा सन्धु की इस आउट के बाद टीम पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

टीम की मानसिकता पर हल्का झटका जरूर लगा, लेकिन कोचिंग स्टाफ ने कहा है कि यह एक दुर्लभ क्षणिक त्रुटि थी। अगले मैच में नश्रा को अधिक समर्थन मिलेगा, जिससे टीम को फिर से संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।

बांग्लादेश की जीत में कौन-कौन से प्रमुख कारक थे?

मरूफा अर्क़तर की शुरुआती डक, रुब्या हाइदर की स्थिर अर्धशतक, और निगर सुलताना की दोहरी भूमिका—कैप्टन के रूप में नेत्रत्व और मध्यक्रम में स्थिरता—सब मिलकर लक्ष्य को आसानी से हासिल किया।

क्या भविष्य में हिट-विकेट के नियम में कोई बदलाव होगा?

वर्तमान में ICC ने नियमों में कोई संशोधन नहीं किया है। हिट-विकेट को अभी भी अनोखा, लेकिन वैध, आउट माना जाता है, और ऐसे दुर्लभ मामलों को खेल की आकर्षण बढ़ाने वाला माना जाता है।

  • Pooja Joshi

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