फ्रांस स्टार मार्कस थुराम की यह भावुक प्रतिक्रिया इटली के खिलाफ मैच पर

फ्रांस स्टार मार्कस थुराम की यह भावुक प्रतिक्रिया इटली के खिलाफ मैच पर

फ्रांस के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मार्कस थुराम के लिए UEFA नेशंस लीग का मुकाबला विशेष होता है, खासकर जब उन्हें अपने क्लब इंटर मिलान के साथी खिलाड़ियों का सामना करना पड़ता है। इटली के खिलाफ फ्रांस की 3-1 की जीत के बाद, मार्कस थुराम ने इस अनुभव के बारे में कहा कि यह उनकी टीम के लिए खास था। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह का मुकाबला कभी-कभी खिलाड़ियों की व्यक्तिगत भावनाओं को भी जगा देता है।

मार्कस थुराम का इटली के खिलाफ मैच में योगदान

थुराम ने इटली के खिलाफ फ्रांस की जीत में अहम भूमिका निभाई। इस मुकाबले को यादगार बनाने में एड्रियन रैबियोट की जोरदार प्रदर्शन ने भी महत्वपूर्ण योगदान निभाया। रैबियोट के दो गोल और एक आत्मगोल ने इस मुकाबले को फ्रांस के पक्ष में झुका दिया। इस जीत के साथ ही फ्रांस ने इटली को शीर्ष स्थान से हटाने में कामयाबी हासिल की।

इटली और फ्रांस के बीच मुकाबले की प्रमुख बातें

यह मैच पेरिस में हुए पहले मैच की याद दिलाते हुए फ्रांस ने एक बार फिर से इटली के खिलाफ अपनी श्रेष्ठता स्थापित कर ली। थुराम ने अपनी टीम के प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि एक कठिन मुकाबले में इटली जैसी सक्षम टीम के खिलाफ जीत हासिल करना आसान नहीं था।

फ्रांस के लिए यह मुकाबला सिर्फ एक साधारण जीत नहीं थी, बल्कि यह उनके संकल्प और सामर्थ्य की परीक्षा थी। थुराम ने इस बात को खुले तौर पर स्वीकार किया कि इटली एक मजबूत प्रतिद्वंदी है और उनकी टीम को वापसी करने के लिए पूरे जोश और दृढ़ता का प्रदर्शन करना पड़ा।

थुराम और इंटर मिलान के साथी खिलाड़ी

थुराम और इंटर मिलान के साथी खिलाड़ी

मैच के बाद थुराम ने यह भी साझा किया कि इंटर मिलान में वे जिन खिलाड़ियों के साथ खेलते हैं, उनके खिलाफ खेलना एक अनोखा अनुभव था। कई बार खिलाड़ी जब अपने क्लब के दोस्तों के खिलाफ मैदान में होते हैं तो भावनाओं का मिलाजुला असर होता है। थुराम ने कहा कि उन्होंने इस मैच में अपने क्लब के साथी बोनजोर्नो और अन्य खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा की लेकिन वे उनकी दोस्ती और सामंजस्य का सम्मान करते हैं।

हाकान काल्हानोघ्लु की चोट

हाकान काल्हानोघ्लु की चोट ने निश्चित रूप से इंटर मिलान के घरेलू समर्थकों को चिंतित किया। थुराम ने उनकी चोट के बारे में चिंता व्यक्त की और जल्द ही उनके शीघ्र स्वस्थ होने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि काल्हानोघ्लु का योगदान टीम के लिए महत्वपूर्ण है और उनका स्वस्थ होना टीम के व्यापक हित में है।

संपूर्ण खेल जगत में इस मैच की गूंज रही, न केवल उसकी रणनीतिक महत्वता के लिए बल्कि इसके खिलाड़ियों के बीच दोस्ताना संबंधों के लिए भी। फ्रांस की यह जीत UEFA नेशंस लीग में उनकी स्थिति को मजबूती प्रदान करती है और इटली के खिलाफ उनकी रणनीति और संयोजन पर जोर देती है।

  • Pooja Joshi

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8 टिप्पणि

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    Vineet Tripathi

    नवंबर 20, 2024 AT 04:02

    ये मैच तो देखने वालों के लिए बहुत अच्छा लगा। थुराम ने अच्छा खेला, और रैबियोट के दो गोल तो बस जबरदस्त थे। इटली के खिलाफ ऐसी जीत दिल को छू जाती है।
    क्लब के दोस्तों के खिलाफ खेलना अजीब लगता है, पर फिर भी टीम के लिए लड़ना पड़ता है।

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    Dipak Moryani

    नवंबर 22, 2024 AT 03:12

    काल्हानोघ्लु की चोट का क्या हुआ? क्या उनका ऑपरेशन हो चुका है? क्या इंटर मिलान ने आधिकारिक बयान जारी किया है? मुझे लगता है इस बारे में और जानकारी चाहिए।

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    Subham Dubey

    नवंबर 24, 2024 AT 02:19

    यह सब एक बड़ा धोखा है। फ्रांस की जीत बिल्कुल भी न्यायसंगत नहीं है। ये सब यूईएफए के लिए बनाया गया स्क्रिप्ट है ताकि इटली को नीचे धकेला जा सके।
    थुराम का भावुक होना भी एक नाटक है - उनके पिता ने इटली के खिलाफ खेलने के लिए उन्हें बनाया है।
    काल्हानोघ्लु की चोट का इरादा था - उन्हें बाहर कर दिया गया ताकि इंटर मिलान का बल कम हो जाए।
    ये सब राजनीति है, खेल नहीं।
    किसी ने भी इस बात को नहीं देखा कि गोल की गिनती में एक आत्मगोल भी शामिल है - ये तो फ्रांस के लिए बनाया गया था।
    यूईएफए के अंदर एक गुप्त समिति है जो ये सब नियंत्रित करती है।
    किसी को भी नहीं बताया जा रहा।
    आप सब बस दिखावे में फंस गए हैं।
    जब तक आप इस बात को नहीं मानेंगे, आप नहीं जानेंगे कि आप किसके खिलाफ लड़ रहे हैं।

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    Rajeev Ramesh

    नवंबर 24, 2024 AT 18:02

    महोदय, इस प्रस्तुति में व्यक्त किए गए तथ्यों का विश्लेषण करते हुए, मैं अपने विचार रखना चाहूंगा कि इटली के खिलाफ फ्रांस की विजय केवल एक खेल की विजय नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आत्मविश्वास की अभिव्यक्ति है।
    थुराम के व्यक्तिगत भावनात्मक प्रतिक्रिया को आर्थिक और सामाजिक विश्लेषण के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह एक बहु-सांस्कृतिक पहचान के संघर्ष को दर्शाता है।
    इंटर मिलान के खिलाड़ियों के बीच दोस्ती का विरोधाभास एक आधुनिक फुटबॉल व्यवस्था के भीतर व्यक्तिगत और संगठनात्मक हितों के बीच संघर्ष को दर्शाता है।
    इस प्रकार, इस घटना का महत्व खेल के क्षेत्र से परे विस्तारित है।

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    Vijay Kumar

    नवंबर 26, 2024 AT 16:19

    खेल में भावनाएँ नहीं, रणनीति होती है।
    थुराम के लिए ये मैच नहीं, एक परीक्षा थी।
    इटली ने जीतने की कोशिश की, फ्रांस ने जीत ली।
    बाकी सब बातें बस ड्रामा है।

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    Abhishek Rathore

    नवंबर 27, 2024 AT 20:05

    मुझे लगता है इस मैच में जो भावनाएँ दिखीं, वो असली थीं।
    थुराम ने अपने क्लब के दोस्तों के खिलाफ खेला, लेकिन उनके बीच का सम्मान बरकरार रहा।
    इसी में खेल की सच्चाई है - आप मैदान पर लड़ते हैं, लेकिन बाहर दोस्त बने रहते हैं।
    काल्हानोघ्लु की चोट के बारे में थुराम की चिंता भी दिल को छू गई।
    इस दुनिया में ऐसे पल कम हैं - जहाँ खेल और इंसानियत एक साथ चलते हैं।
    हम बस इसे नोटिस कर लें।

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    Rupesh Sharma

    नवंबर 28, 2024 AT 16:20

    ये मैच देखकर लगा जैसे एक फिल्म चल रही हो - दोस्तों के बीच लड़ाई, बड़ी जीत, चोट, और फिर दिल की बात।
    थुराम ने अच्छा किया, रैबियोट ने जबरदस्ती से गोल मारे, और इटली ने अपना सब कुछ दे दिया।
    काल्हानोघ्लु जल्दी ठीक हो जाए, वो बहुत बड़ा खिलाड़ी है।
    फ्रांस की टीम ने दिखाया कि जब दिल लगे तो कुछ भी हो सकता है।
    हर खिलाड़ी को ये याद रखना चाहिए - खेल बस खेल नहीं, ये तो जीवन का हिस्सा है।
    जब तुम अपने दोस्त के खिलाफ खेल रहे हो, तो उसे जीतने की इच्छा होनी चाहिए, लेकिन उसका सम्मान भी बना रहना चाहिए।
    इसी तरह के मैच खेल को इंसानी बनाते हैं।
    अगर हम सब इतना दिल से खेलें, तो दुनिया भी बदल जाएगी।
    ये मैच नहीं, एक सबक था।

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    Jaya Bras

    नवंबर 28, 2024 AT 22:38

    थुराम ने भावुक होकर क्या कहा? बस एक बार फिर से इंटर मिलान के खिलाड़ियों के साथ अपनी फिल्मी दोस्ती का नाटक किया।
    काल्हानोघ्लु की चोट? शायद उन्हें बस इतना ही चाहिए था कि उनका नाम ट्रेंड हो जाए।
    इटली के खिलाफ जीत? हाँ, लेकिन क्या आपने देखा कि रैबियोट का आत्मगोल कैसे बना? कौन ने उसे बनाया? 😏

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