चेपॉक में आरसीबी का ऐतिहासिक पल
अगर कोई क्रिकेट फैन पिछले 17 सालों से चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में RCB की जीत का इंतज़ार कर रहा था, तो 28 मार्च 2025 की रात उसके लिए खास रही। RCB ने न सिर्फ CSK को उसके घरेलू मैदान पर 50 रन से हराया, बल्कि आईपीएल इतिहास में एक लंबा सूखा भी खत्म किया। चेन्नई के खिलाफ चेपॉक में उनकी पिछली जीत 2008 में थी—सोचिए, तब से कितना बदल चुका है, लेकिन ये एक जीत हमेशा RCB के फैंस को याद रहेगी।
इस जीत का मतलब सिर्फ दो अंक या एकस्ट्रा विनिंग स्ट्रीक नहीं है। इसका मतलब आत्मविश्वास, दबाव में शानदार प्रदर्शन और चेन्नई के फैंस के सामने क्लीनिकली टीम की ताकत दिखाना है। CSK के खिलाफ, खासकर उसके घर में, जीत आसान नहीं होती और यही वजह है कि ये मुकाबला और भी खास बन जाता है।

पाटीदार का कमाल और चेन्नई की रणनीति पर सवाल
RCB की जीत में सबसे बड़ा किरदार राजत पाटीदार बनकर उभरे। उनकी शानदार पारी से टीम ने इतना मजबूत स्कोर बनाया कि शुरू से चेन्नई पर दबाव बना रहा। पाटीदार का शांत दिमाग और सधी हुई बल्लेबाजी ही थी, जो फील्ड के हर कोने में छक्के-चौकों के साथ CSK को बैकफुट पर लेकर गई।
RCB के बॉलर्स ने भी खूब कमाल किया। चाहे पावरप्ले में विकेट लेना हो या डेथ ओवर की टाइट बॉलिंग, बैंगलोर के गेंदबाजों ने चेन्नई को हर मौका पर घेरा। गेंदबाजों की एकजुटता और सही समय पर विकेट निकालना आरसीबी की इस सीजन की ताकत बन रही है। यही नहीं, कप्तान ने हर स्थिति में गेंदबाजों की चतुराई से मदद ली, जिससे CSK की बैटिंग लाइन-अप टिक ना सकी।
- RCB का लगातार जीत के साथ आत्मविश्वास नई ऊंचाई पर जा रहा है।
- चेन्नई के फैंस ने धोनी को पहली बार इतने नीचे—नौवें नंबर पर—बैटिंग करते देखा।
- धोनी का इस नंबर पर आना और देर से उनका बैटिंग में आना, दर्शकों में असंतोष और आश्चर्य दोनों पैदा कर गया।
- सीएसके के बल्लेबाजों का ऑर्डर लगातार फ्लॉप हो रहा है, खासकर तब जब सीनियर प्लेयर को आखिर में भेजा गया।
धोनी का करीब-करीब मैच के अंतिम छोर पर आना फैंस के लिए किसी शॉक से कम नहीं था। इतनी सालों से माही ऊपरी क्रम में अपना जादू दिखाते आए हैं, लेकिन इस बार नौवें नंबर पर देखना कई सवाल खड़े करता है—क्या ये टीम मिडल ऑर्डर पर भरोसा कम कर रही है या रणनीति में गड़बड़ी हो रही है?
आरसीबी ने अपनी IPL 2025 की बेहतरीन शुरुआत को बरकरार रखा और अब खिताब के प्रबल दावेदारों की लिस्ट में मजबूती से जगह बना ली है। CSK को अपनी रणनीति फिर से सोचनी होगी, खासकर तब, जब खुद उनके सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी बल्लेबाजी के लिए काफी देर से आते दिखें।
द्वारा लिखित सुमेधा चौहान
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