रोहित शर्मा की रणजी ट्रॉफी में वापसी: जम्मू-कश्मीर के खिलाफ सिर्फ 19 गेंदों में हुए आउट

रोहित शर्मा की रणजी ट्रॉफी में वापसी: जम्मू-कश्मीर के खिलाफ सिर्फ 19 गेंदों में हुए आउट

रोहित शर्मा की रणजी ट्रॉफी में वापसी पर निराशाजनक प्रदर्शन

भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने रणजी ट्रॉफी में करीब एक दशक बाद वापसी की, लेकिन उनकी इस वापसी की कहानी में सफलता की कोई चमक नहीं थी। मुंबई की टीम का यह मुकाबला जम्मू-कश्मीर के खिलाफ था और रोहित ने यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत की थी। कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था, जोकि शुरुआती ओवरों में सही साबित होता नहीं दिखा। रोहित ने केवल 19 गेंदें खेलीं और 3 रन ही बना पाए, इसके बाद उमर नजीर की एक बहार जाती गेंद को खेलने के प्रयास में उनका बल्ला ऐसा घूम गया कि गेंद का बाहरी किनारा उभर गया, और पीके डोगरा ने आसान कैच पकड़ा।

लंबे समय बाद रणजी में वापसी

रोहित की यह रणजी ट्रॉफी में 2015 के बाद पहली उपस्थिति थी। इस दौरान विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने कई अंतरराष्ट्रीय सीरीज खेलीं हैं लेकिन रोहित की घरेलू क्रिकेट में कोई उपस्थिति नहीं दिखी। रोहित के इस निर्णय के पीछे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का नया निर्देश था, जिसके अनुसार खिलाड़ीनों को राष्ट्रीय ड्यूटी पर न होने पर घरेलू क्रिकेट में खेलकर फिटनेस जारी रखने की आवश्यकता होती है। इस नए नियम के अनुरुप, रोहित ने इस बार मुंबई के लिए खेलने का फैसला लिया, जिससे वे अपनी बल्लेबाजी और फॉर्म को सुधार सकें।

पूर्व में यादगार प्रदर्शन का दबाव

रोहित की मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में वापसी के मौके का जिक्र करते हुए एक बार फिर उनकी पिछली काबिलियत का जिक्र होना स्वाभाविक था। उन्होंने आखिरी बार 2015 में मुंबई के लिए रणजी खेलते हुए उत्तर प्रदेश के खिलाफ शानदार 113 रन बनाए थे, जिसमें उनकी बल्लेबाजी ने मैच को ड्रॉ पर अंतिम रूप दिया था। यही वजह है कि उनकी इस बार की बल्लेबाजी पर सभी की निगाहें टिकी थीं। हालांकि, इस बार उनके बल्ले से असरदार प्रदर्शन नहीं देखने को मिला।

मुंबई की संघर्षकारी पारी

मुंबई की टीम का पहला इनिंग्स कुल 33.2 ओवरों तक ही टिक पाया और पूरी टीम 120 रनों पर ढेर हो गई। मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर भी क्रमशः 12 और 11 रन ही बना पाए। टीम के खराब प्रदर्शन के बावजूद यह मैच रोहित के लिए विशेष था क्योंकि इसमें उनके टेस्ट क्रिकेट में वापसी की भी संभावनाएं दांव पर थीं। रोहित का यह प्रदर्शन टेस्ट टीम में उनकी स्थिति को लेकर एक प्रश्नचिह्न उत्पन्न करता है।

रोहित का भविष्य और उम्मीद

रोहित शर्मा ने हाल ही में सिडनी टेस्ट से हटकर क्रिकेट प्रेमियों को हैरान किया था, लेकिन यह खबर नहीं थी कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं। बल्कि रोहित ने स्पष्ट किया था कि वह अभी भी टेस्ट टीम की अगुवाई करने को उत्सुक हैं और संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं रखते। उनकी मुंबई के लिए इस रणजी ट्रॉफी मैच में भागीदारी एक महत्वपूर्ण कदम है। रोहित के लिए अगली दिशा और उनकी रणनीति देखना दिलचस्प होगा।

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