AI चिप्स – क्या है, क्यों ज़रूरी और अभी क्या चल रहा है?

अगर आप टेक की बात सुनते‑सुनते थक चुके हैं तो AI चिप्स शब्द आपके लिए नया नहीं रहेगा. ये छोटे‑छोटे प्रोसेसर होते हैं जो मशीन लर्निंग मॉडल को तेज़ चलाते हैं. आम CPU या GPU से अलग, इनका डिजाइन खास तौर पर न्यूरल नेटवर्क के काम को आसान बनाने के लिये किया जाता है.

AI चिप्स की प्रमुख ख़बरें

पिछले महीने Nvidia ने अपना H100 Tensor Core GPU लॉन्च किया. यह चिप 700 टेराफ्लॉप्स तक का AI इनफ़रेंस दे सकता है, यानी बड़ी भाषा मॉडल को सेकंड में चलाया जा सकता है. Google भी अपनी 4th Gen TPU (Tensor Processing Unit) के साथ क्लाउड पर बड़े‑बड़े मॉडल ट्रेन कर रहा है.

भारत की बात करें तो ISRO और DRDO मिलकर ‘स्मार्ट चिप’ प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. उनका लक्ष्य भारतीय डेटा सेंटरों में स्थानीय AI प्रोसेसर लगाना है, जिससे विदेशी लाइसेंस फीस बचेगी. स्टार्ट‑अप ‘InnoMinds’ ने अभी अपना पहला एम्बेडेड AI चिप दिखाया जो ड्रोन और कृषि उपकरणों में इस्तेमाल होगा.

AI चिप चुनते समय क्या देखना चाहिए?

अगर आप कंपनी या डेवलपर हैं तो AI चिप खरीदते‑समय दो चीज़ें ज़रूरी हैं – पावर एफिशिएंसी और सॉफ्टवेयर सपोर्ट. कम बिजली में ज्यादा प्रोसेसिंग मिलने से खर्च घटता है, और अगर चिप के साथ TensorFlow या PyTorch जैसी लाइब्रेरी उपलब्ध हों तो डेवलपमेंट आसान हो जाता है.

दूसरा पहलू है इको‑सिस्टम। Nvidia का CUDA अभी सबसे बड़ा इको‑सिस्टम बनाता है, इसलिए कई कंपनियां इसे पसंद करती हैं. लेकिन भारत में अगर आप स्थानीय सप्लायर चाहते हैं तो ‘इंडियन AI चिप कॉरिडोर’ के तहत मिलने वाले विकल्पों को देख सकते हैं.

अंत में लागत का सवाल हमेशा रहता है. हाई‑एंड चिप्स की कीमत लाखों में होती है, इसलिए छोटे प्रोजेक्ट्स के लिए क्लाउड पर ‘pay‑as‑you‑go’ मॉडल बेहतर रहता है. कई कंपनियां अब ऑन‑डिमांड GPU/AI चिप रेंटल भी दे रही हैं, जिससे शुरुआती खर्च कम होता है.

संक्षेप में, AI चिप्स आज के डेटा‑ड्रिवन बिजनेस की रीढ़ बन रहे हैं. चाहे आप बड़े एंटरप्राइज़ हों या छोटा स्टार्ट‑अप, सही चिप चुनना आपके प्रोजेक्ट की सफलता तय करता है. नई ख़बरों और तकनीकी अपडेट से जुड़े रहने के लिये अल्का समाचार को फॉलो करें – हम हर दिन ताज़ा AI चिप्स की जानकारी लाते हैं.

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Nvidia बन गया दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी: $3.34 ट्रिलियन मार्केट कैप के साथ Microsoft को पीछे छोड़ा

Nvidia ने Microsoft और Apple को पीछे छोड़ते हुए $3.34 ट्रिलियन मार्केट कैप के साथ दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। जनवरी से इसके शेयर की कीमत में 181% की वृद्धि हुई है, जिसमें मात्र 6 महीनों में $48 से $135.58 तक की वृद्धि देखी गई। यह तेजी AI-बेस्ड चिप्स के क्षेत्र में कंपनी के स्तरीय निवेश का परिणाम है।

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