ब्रेस्ट कैंसर – क्या है, लक्षण और रोकथाम के आसान उपाय
ब्रेस्ट कैंसर वह बीमारी है जिसमें स्तन के टिश्यू में अनियंत्रित कोशिकाएँ बढ़ती हैं। ये कोशिकाएं समय‑समय पर आसपास की हड्डी या लिम्फ नोड्स तक फैल सकती हैं। शुरुआती पहचान से इलाज आसान हो जाता है, इसलिए लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
मुख्य कारण और जोखिम कारक
सबसे आम कारण जीन में बदलाव होते हैं, खासकर BRCA1 और BRCA2 जीन का म्यूटेशन। परिवार में कैंसर की इतिहास, देर से पहले बच्चा न होना या बहुत देर तक रजोनिवृत्ति भी जोखिम बढ़ाते हैं। हाई‑फैट डाइट, शराब और धूम्रपान भी इस बीमारी को तेज़ कर सकते हैं।
हॉर्मोनल कारक भी महत्वपूर्ण होते हैं। एस्ट्रोजन की अधिक मात्रा, चाहे टैबलेट से हो या शरीर में प्राकृतिक रूप से, स्तन के टिश्यू को प्रॉलीफ़रेटेड बनाता है और कैंसर का खतरा बढ़ाता है। इसलिए डॉक्टर अक्सर एस्ट्रोजेन ब्लॉक करने वाली दवाएँ सुझाते हैं अगर जोखिम ज्यादा हो।
उपचार विकल्प और जीवनशैली में बदलाव
ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में सर्जरी, रसायन थेरेपी, रेडिएशन और हार्मोन थैरेपी मिलके काम करते हैं। ट्यूमर का आकार और स्टेज तय करता है कि कौन‑सा तरीका सबसे बेहतर रहेगा। शुरुआती चरण में लुम्पेक्टोमी या क्वाड्रेटिक मैमॉरेक्टॉमी अक्सर सफल होती है, जबकि आगे के केस में अधिक विस्तृत सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
रसायन थेरेपी से फॉलिकल्स तेज़ी से बढ़ते हैं, इसलिए डॉक्टर पोषण पर खास ध्यान देने को कहते हैं – प्रोटीन, विटामिन D और एंटीऑक्सीडेंट युक्त भोजन मददगार होते हैं। नियमित वज़न कम रखना, योग या हल्की एक्सरसाइज़ करना भी रिकवरी में फायदेमंद है।
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए सबसे आसान कदम है खुद को जांचते रहना। हर साल सेल्फ‑एक्जामिनेशन और 40 साल की उम्र के बाद मैमोग्राफी करवाना बहुत असरदार सिद्ध हुआ है। अगर कोई असामान्य गांठ या त्वचा में बदलाव दिखे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
कई महिलाएं सपोर्ट ग्रुप्स में भाग लेकर भावनात्मक मदद पाती हैं। ऐसी समुदायों में अनुभव साझा करने से डर कम होता है और उपचार का मनोबल बढ़ता है। याद रखें, बीमारी केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक पहलू भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
आखिर में, अगर आप या आपके परिवार में कोई ब्रेस्ट कैंसर की जोखिम में है तो नियमित चेक‑अप को प्राथमिकता दें। छोटे बदलाव जैसे शराब कम करना, तंबाकू न लेना और हेल्दी डाइट अपनाना बड़े अंतर ला सकता है। स्वस्थ जीवनशैली ही सबसे बड़ी रोकथाम की कुंजी है।
शैनेन डोहर्टी: 53 वर्ष की आयु में ब्रेस्ट कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन

मशहूर अभिनेत्री शैनेन डोहर्टी का 53 वर्ष की आयु में निधन हो गया, लगभग एक दशक लंबे ब्रेस्ट कैंसर से जूझने के बाद। 'बेवर्ली हिल्स 90210' और 'चार्म्ड' में अपने शानदार किरदारों के लिए जानी जाने वाली डोहर्टी ने 'लिटिल हाउस ऑन द प्रैरी' से अपने करियर की शुरुआत की थी। 2015 में, डोहर्टी ने सार्वजनिक रूप से अपने ब्रेस्ट कैंसर निदान की घोषणा की थी, जो चरण 4 में पहुँच गया था।
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