घुटने की चोट – क्या करें और कैसे ठीक हों?
अगर आपका घुटना अचानक दर्द देने लगा या चलते‑फिरते आवाज़ आने लगी, तो यह सिर्फ थकान नहीं हो सकता. अक्सर मोच, गिरावट या अधिक वजन से घुटने में चोट लगती है. इस लेख में हम बताएंगे कि कब दर्द हल्का है और कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
घुटने की चोट के आम कारण
1. **मोच** – खेलते‑खेलते या गिरते समय घुटना झटका लग जाता है.
2. **ओवरयूज़** – बहुत देर तक खड़े रहना, दौड़ना या भारी चीज़ उठाना जोड़ को थका देता है.
3. **आर्थराइटिस** – उम्र बढ़ने पर जोड़ों में सूजन होती है और दर्द तेज हो जाता है.
4. **गायें चोटें** – गिरते‑पडते हड्डी टूट सकती है या लिगामेंट टुट सकते हैं.
लक्षण और तुरंत क्या करें
दर्द के साथ सूजन, लालिमा या चलने में कठिनाई दिखे तो इसे ‘इमरजेंसी’ माना जाता है. पहले 48 घंटे तक बर्फ़ लगाएँ, फिर गरम पानी से आराम दें. पैर को ऊपर उठाकर रखें ताकि सूजन कम हो.
**R.I.C.E.** तरीका सरल और असरदार है:
- Rest (आराम): ज़्यादा चलने‑फिरने से बचें.
- Ice (बर्फ़):** 15-20 मिनट तक रोज़ दो बार लगाएँ.
- Compression (दबाव):** इलास्टिक बैंडेज से हल्का दबाव दें.
- Elevation (ऊँचा करना):** सोते समय पैर को तकिये पर रखें.
यदि दर्द दो‑तीन दिन में नहीं घटता या खून की लकीर दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें. एक्स‑रे या एमआरआई से हड्डी या लिगामेंट का पता चलता है.
घर पर आराम के बाद हल्की स्ट्रेचिंग और मसल मजबूत करने वाले व्यायाम मदद करेंगे. नीचे कुछ आसान स्टेप्स हैं:
- **सीटेड क्वाड सेट:** कुर्सी पर बैठें, पैर सीधा करके जाँघ की मांसपेशी को 5 सेकंड तक कसें, फिर छोड़ें. रोज़ 10‑15 बार करें.
- **हील स्लाइड:** पीठ के बल लेटे हुए पैरों को फर्श से थोड़ा उठाएँ और एड़ी को धीरे‑धीरे आगे‑पीछे स्लाइड करें. इससे घुटने की गति सुधरती है.
- **स्ट्रेट लेग रेज़:** बिस्तर या गद्दी पर पीठ के बल लेट कर एक पैर सीधा रखें, दूसरे को मोड़ें और धीरे‑धीरे उठाएँ. 10 बार दोहराएँ.
ध्यान रखें: दर्द के दौरान तेज़ व्यायाम न करें, नहीं तो चोट बढ़ सकती है. अगर कोई असुविधा या झनझनी महसूस हो तो तुरंत रुक जाएँ और डॉक्टर से सलाह लें.
अंत में यह याद रखिए कि घुटना हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण जोड़ है. सही देखभाल, वजन नियंत्रण और नियमित हल्की एक्सरसाइज़ इसे स्वस्थ रखने में मदद करती है. अगर आप लगातार दर्द या सूजन देखते हैं तो देर न करें – विशेषज्ञ की राय लें.
ऋषभ पंत की बहादुरी, चौथे दिन भारतीय टीम में लौटे

भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने घुटने की चोट के बावजूद न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट के चौथे दिन मैदान पर खेलने का फैसला किया। पंत को यह चोट दूसरे दिन लगी थी, जिसके कारण वे तीसरे दिन मैदान पर नहीं उतर सके थे। हालाँकि, भारी पट्टियों में लिपटे पंत चौथे दिन अच्छा प्रदर्शन करने का संकल्प लेकर उतरे, जिसमें उन्होंने सरफराज खान का साथ दिया।
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