विराट कोहली पर आईसीसी ने लगाया जुर्माना: एमसीजी टेस्ट में साम कोनस्टास से विवाद के चलते एक्शन

विराट कोहली पर आईसीसी ने लगाया जुर्माना: एमसीजी टेस्ट में साम कोनस्टास से विवाद के चलते एक्शन

विराट कोहली का विवाद: आईसीसी का कड़ा फैसला

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली हमेशा से अपने प्रतिस्पर्धात्मक रवैये के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनका यह आक्रामक पक्ष कभी-कभी विवादों का कारण बनता है। इसका ताज़ा उदाहरण मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए चौथे टेस्ट मैच में देखने को मिला। जब कोहली और ऑस्ट्रेलियाई नवोदित क्रिकेटर साम कोनस्टास के बीच शारीरिक विवाद हो गया। सवाल यह है कि ऐसे विवाद का परिणाम क्या था और इसमें आईसीसी ने क्या कदम उठाए?

घटना का विवरण

यह घटना चौथे टेस्ट के पहले दिन की है, जब चाय के बाद के सत्र में कोहली और कोनस्टास के बीच कंधों से टकराव हुआ। यह टकराव खेल की भावना के खिलाफ था और इसके बाद कोहली आक्रामक मुद्रा में दिखे। ऐसा माना जा रहा है कि कोहली ने जानबूझकर कोनस्टास के कंधे पर जोर दे मारा, जो उनके मनमुटाव का संकेत देता है। ऑस्ट्रेलिया की पारी के 10वें ओवर के ठीक बाद हुई यह घटना कैमरे में कैद हो गई और इसकी तीखी आलोचना भी हुई।

कोनस्टास की शांतिपूर्ण प्रतिक्रिया

कोनस्टास, जिन्होंने हाल ही में अपनी क्रिकेट करियर की शुरुआत की है, इस विवाद में शांत और स्थिर रहे। घटनाक्रम के दौरान, उन्हें किसी भी तरह की प्रतिकूल प्रतिक्रिया नहीं देते हुए देखा गया। वास्तव में, इस विवाद के बावजूद, कोनस्टास ने अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया और एक बहतरीन अर्धशतक जड़ा। उनकी इस परिपक्वता ने उन्हें खेल की दुनिया में तुरंत प्रशंसा दिलाई।

आईसीसी का फैसला

इस विवाद को आईसीसी ने गंभीरता से लिया और मैच रेफरी एन्ड पोक्राफ्ट ने इसकी जाँच की। कोहली को आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के तहत लेवल 1 अपराध का दोषी पाया गया और उनपर मैच फीस का 20% जुर्माना और एक डिमेरिट पॉइंट लगाया गया। यह दंड कानून 2.12 के अंतर्गत आता है, जो मैच के मैदान पर अनुचित शारीरिक संपर्क को प्रतिबंधित करता है।

विवाद का व्यापक असर

इस विवाद की गूंज मीडिया और सोशल मीडिया पर भी गूंजी। कई पूर्व क्रिकेटर, जैसे कि रिकी पोंटिंग और माइकल वॉघन ने कोहली के व्यवहार की आलोचना की। उनका मानना था कि कोहली को अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप ज्यादा जिम्मेदारी और संयम दिखाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कोहली इस घटना को गर्व से नहीं देखेंगे। इस घटना से कोहली के ऊपर आगामी मैचों में भी निलंबन का खतरा मंडराने लगा है, खासकर जब उनके खिलाफ ज्यादा गंभीर अपराध का मामला सामने आता है।

खेल भावना: क्रिकेट की जुबानी कविता

अंततः सवाल उठता है कि क्या यह घटना केवल दो व्यक्तियों के बीच का मामला था या इसका प्रभाव क्रिकेट की बुनियादी भावना पर भी पड़ा है। क्रिकेट को 'जेंटलमैन गेम' कहा जाता है, और इसमें नैतिकता और प्रतिस्पर्धा के बीच एक संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है। कोहली का यह विवाद एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि व्यक्तिगत भावनाओं की अभिव्यक्ति खेल पर कैसे हावी हो सकती है। यह घटना क्रिकेट प्रशंसकों को खेल की भावना के महत्व पर विचार करने के लिए प्रेरित करती है।

विवाद से आगे: सुधार और सीख

किसी भी खेल में खिलाड़ी से अपेक्षा की जाती है कि वह खेल के नियमों का पालन करने के साथ-साथ खेल भावना का भी सम्मान करेंगे। विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी के लिए, दर्शक और युवा खिलाड़ी उन्हें एक आदर्श के रूप में देखते हैं। इस प्रकार, उनके लिए आवश्यक है कि वे खेल के भीतर और बाहर अपनी छवि को सकारात्मक रूप से प्रदर्शित करें। इस विवाद से आईसीसी और भारत के लिए एक अवसर भी है कि वे अपने खिलाड़ियों को खेल के मूल्यों के प्रति अधिक जागरूक करें।

  • Pooja Joshi

    इनके सभी पोस्ट देखें:

11 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Abhishek Rathore

    दिसंबर 27, 2024 AT 13:37
    इस तरह के विवाद से खेल की आत्मा नहीं बल्कि उसकी छाया बचती है। कोहली एक अद्भुत खिलाड़ी हैं, लेकिन खेल की भावना कभी भी व्यक्तिगत गुस्से के लिए बलि नहीं देनी चाहिए।
    कोनस्टास ने जो शांति दिखाई, वो ही असली नेतृत्व है।
  • Image placeholder

    Vijay Kumar

    दिसंबर 28, 2024 AT 00:00
    क्रिकेट जेंटलमैन गेम है, न कि राजनीति। विराट कोहली के व्यवहार से युवा पीढ़ी को गलत संदेश मिल रहा है।
  • Image placeholder

    Jaya Bras

    दिसंबर 28, 2024 AT 04:00
    ओये विराट ने तो बस कंधे पर थप्पड़ मारा था... अब आईसीसी का 20% जुर्माना? क्या अब खेलते वक्त गांठ बांधनी पड़ेगी?
  • Image placeholder

    Harsha kumar Geddada

    दिसंबर 29, 2024 AT 00:48
    हम जब खेल को बलि देते हैं तो वो बलि के बदले जो देता है वो नहीं देता। कोहली का यह व्यवहार केवल एक टकराव नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक विकृति है। हम जहां जीत को पूजते हैं, वहीं नैतिकता को भूल रहे हैं। क्रिकेट की विरासत में शांति और सम्मान का स्थान है, न कि गुस्से का। जब एक खिलाड़ी अपने अहंकार को खेल के नियमों से ऊपर रखता है, तो वह खेल का दुश्मन बन जाता है। यह जुर्माना बस एक चिह्न है - असली सुधार तो उस दिमाग में होना चाहिए जो अभी भी सोचता है कि गुस्सा ताकत है।
  • Image placeholder

    Shivakumar Kumar

    दिसंबर 30, 2024 AT 13:03
    मैंने देखा कि कोनस्टास ने वो अर्धशतक जड़ा जब दुनिया उसके खिलाफ थी। उसकी शांति ने उसकी ताकत को दिखाया। कोहली तो बहुत बड़े खिलाड़ी हैं, लेकिन असली महानता वो होती है जो गुस्से के बीच भी अपनी इंसानियत बरकरार रखे।
  • Image placeholder

    Rupesh Sharma

    जनवरी 1, 2025 AT 11:46
    खेल में भावनाएं तो आती हैं, लेकिन उन्हें नियंत्रित करना भी एक कौशल है। विराट को अपनी ऊर्जा को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए। ये जुर्माना उनके लिए एक चेतावनी है।
  • Image placeholder

    Ravi Kant

    जनवरी 2, 2025 AT 12:52
    भारतीय खिलाड़ियों को अक्सर विदेशों में गलत तरीके से देखा जाता है। ये टकराव शायद सांस्कृतिक अंतर का हिस्सा था। लेकिन अब यह फैसला दुनिया को दिखा रहा है कि हम खेल के नियमों का सम्मान करते हैं।
  • Image placeholder

    Arun Sharma

    जनवरी 3, 2025 AT 00:28
    आईसीसी का यह फैसला बिल्कुल सही है। कोहली के व्यवहार ने खेल की नैतिकता को चुनौती दी है। यह जुर्माना एक अनिवार्य शिक्षा है, न कि दंड। एक नेता के रूप में उनकी जिम्मेदारी अधिक है।
  • Image placeholder

    Rajeev Ramesh

    जनवरी 3, 2025 AT 02:00
    यह जुर्माना बहुत हल्का है। ऐसे व्यवहार के लिए कम से कम एक मैच का निलंबन होना चाहिए।
  • Image placeholder

    Subham Dubey

    जनवरी 4, 2025 AT 02:59
    यह सब एक व्यवस्थित षड्यंत्र है। आईसीसी और ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने विराट कोहली को बदनाम करने के लिए इस घटना का फायदा उठाया है। यह खेल के नियमों का मुद्दा नहीं, बल्कि एक जातीय द्वंद्व है।
  • Image placeholder

    sachin gupta

    जनवरी 4, 2025 AT 04:44
    कोहली तो बस एक गेंद के बाद थोड़ा झटका दे गए। ये सब नाटक है। अगर आप एक अमेरिकी फुटबॉल खिलाड़ी को देखें, तो उनका व्यवहार तो बिल्कुल अलग है। लेकिन यहां तो एक छोटी सी बात पर फिल्म बना दी जाती है।

एक टिप्पणी लिखें