भारत-इटली संबंध: क्या है चल रहा नया दौर?

अगर आप सोच रहे हैं कि भारत और इटली के बीच कौन‑कौन से मुद्दे आज चर्चा में हैं, तो यह लेख आपके लिये है। दोनों देशों की कहानी पुरानी है, पर अब आर्थिक सहयोग, तकनीकी साझेदारी और सांस्कृतिक आदान‑प्रदान की गति तेज़ हो रही है।

व्यापार और निवेश का बढ़ता धारा

पिछले पाँच साल में भारत‑इटली व्यापार दो‑तीन गुना बढ़ा है। इटली से ऑटो पार्ट्स, फाइनेंस और फैशन सामान भारत के बाजार में लोकप्रिय हो रहे हैं, जबकि भारतीय IT सेवाएँ, फार्मास्यूटिकल्स और एग्रो‑प्रोडक्ट्स इटली की कंपनियों को आकर्षित कर रहे हैं। नई निवेश नीति ने दो‑तरफा कंपनियों को आसान लाइसेंसिंग और टैक्स रिबेट दी है, जिससे स्टार्ट‑अप भी दोनों देशों में विस्तार देख रहे हैं।

एक recent उदाहरण के तौर पर, इटली की बड़ी एयरोस्पेस फर्म ने भारत में एक नया असेंब्ली प्लांट खोलने का फैसला किया। इसका लक्ष्य न केवल भारतीय रक्षा विभाग को सप्लाई करना है, बल्कि स्थानीय रोजगार भी बढ़ाना है। इसी तरह, कई भारतीय मोबाइल ब्रांड्स ने इटली के बड़े रिटेल चेन से डील की है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर प्राइस और सर्विस मिल रही है।

सांस्कृतिक जुड़ाव और लोगों का आदान‑प्रदान

व्यापार के साथ-साथ संस्कृति भी दोनों देशों में गहरी धरोहर बन गई है। हर साल दो‑तीन प्रमुख इटालियन फ़ेस्टिवल भारत में होते हैं, जहाँ कला, संगीत और खाना‑पीना एक दूसरे को दिखाते हैं। इसके अलावा, कई भारतीय छात्रों ने इटली की यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग और डिज़ाइन पढ़ाई शुरू कर दी है, जबकि इतालवी छात्र भारतीय इतिहास और योग पर विशेष कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।

हाल ही में दो‑देशीय पर्यटन समझौते के तहत एक नया ‘डिजिटल वीजा’ सिस्टम लॉन्च हुआ, जिससे दोनों देशों की यात्रा पहले से आसान हो गई है। अब आप टूर पैकेज चुनकर सीधे ऑनलाइन वीज़ा अप्लाई कर सकते हैं, और कई शहरों में इटालियन‑भाषी गाइड उपलब्ध होते हैं। यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देती है, बल्कि छोटे व्यवसायों जैसे होटल, रेस्टोरेंट और स्थानीय हस्तशिल्पियों को भी लाभ पहुंचाती है।

राजनीतिक स्तर पर भी संबंध मजबूत हो रहे हैं। दोनों देशों ने सामुद्रिक सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग की नई समझौते पर दस्तख़त किए हैं। ये एग्रीमेंट्स न केवल डिप्लोमैटिक रिश्ते को स्थिर करते हैं, बल्कि व्यापारिक अवसरों को भी बढ़ाते हैं।

संक्षेप में, भारत‑इटली संबंध अब सिर्फ राजनयिक शब्द नहीं रहे; यह वास्तविक आर्थिक और सांस्कृतिक साझेदारी बन चुका है। अगर आप निवेशक, छात्र या पर्यटक हैं, तो इस दो‑तरफ़ा पुल का फायदा उठाकर नई संभावनाएँ खोज सकते हैं। आगे आने वाले सालों में सहयोग के नए क्षेत्रों की उम्मीद है – जैसे नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स और डिजिटल इनोवेशन हब्स – जो दोनों देशों को एक साथ आगे ले जाएंगे।

जियोर्जिया मेलोनी का G7 शिखर सम्मेलन में 'नमस्ते': भारत-इटली संबंधों की नई दिशा

जियोर्जिया मेलोनी का G7 शिखर सम्मेलन में 'नमस्ते': भारत-इटली संबंधों की नई दिशा

इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने G7 शिखर सम्मेलन में नेताओं का स्वागत भारतीय अभिवादन 'नमस्ते' से किया। यह कदम उनके और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गहरे संबंधों का प्रतीक माना जा रहा है। मेलोनी और मोदी के मजबूत रिश्तों ने भारत-इटली संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

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