Stock Market Holiday – शेयर बाजार की छुट्टियां और उनका महत्व
क्या आपने कभी सोचा है कि जब मार्केट बंद हो तो आपका पोर्टफोलियो कैसे प्रभावित होता है? अक्सर लोग ट्रेडिंग के दिन‑दिन में उलझे रहते हैं, पर छुट्टी का असर समझना उतना ही जरूरी है। इस लेख में हम स्टॉक मार्केट की छुट्टियों को आसान भाषा में समझेंगे और बताएँगे कि इनका आपके शेयरों पर क्या प्रभाव पड़ता है।
स्टॉक मार्केट छुट्टी क्या है?
स्टॉक मार्केट छुट्टी वह दिन होता है जब एक्सचेंज ट्रेडिंग नहीं करता। भारत में मुख्य दो बड़े एक्सचेंज – NSE और BSE – राष्ट्रीय अवकाश, सरकारी छुट्टियों या विशेष कारणों से बंद रह सकते हैं। उदाहरण के लिये गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, महावारी त्यौहार आदि। इन दिनों कोई भी खरीद‑बेची नहीं हो पाती, इसलिए ऑर्डर रद्द या अगले ट्रेडिंग दिन तक इंतजार करते हैं।
छुट्टियों की घोषणा अक्सर एक्सचेंज की वेबसाइट पर पहले से ही कर दी जाती है। इससे निवेशकों को योजना बनाने में मदद मिलती है – जैसे कि महत्त्वपूर्ण खबरें आने पर किस तरह का कदम उठाना है या लिक्विडिटी (तरलता) कम होने पर क्या करना चाहिए।
छुट्टियों का शेयरों पर प्रभाव
जब बाजार बंद रहता है, तो दो मुख्य चीज़ें बदलती हैं – तरलता और कीमत‑स्थिरता। ट्रेडिंग न हो पाने से खरीदार‑बेचने वालों की संख्या घट जाती है, इसलिए छोटे‑मोटे बदलाव भी बड़े असर डाल सकते हैं।
उदाहरण के लिये, अगर किसी कंपनी का बड़ा इवेंट (जैसे क्वार्टरली रिजल्ट) छुट्टी के बाद आता है, तो निवेशक अक्सर पहले से ही अनुमान लगाते हैं और कीमतें जल्दी‑जल्दी बदलती हैं। कभी‑कभी यह ‘गैप अप’ या ‘गैप डाउन’ कहलाता है – यानी बंद होने की कीमत और अगली ट्रेडिंग दिन की ओपन प्राइस में बड़ा अंतर।
छुट्टियों के दौरान कुछ सेक्टर खासे असर दिखाते हैं। वित्तीय संस्थाएं, तेल‑गैस और उपभोक्ता वस्तुओं वाले शेयर अक्सर कम वॉल्यूम पर ज्यादा उतार‑चढ़ाव देखते हैं क्योंकि बड़े निवेशक भी नहीं ट्रेड कर पाते। वहीं, छोटे‑पैमाने के स्टॉक्स में अचानक बड़ा मूवमेंट हो सकता है अगर कोई ख़ास समाचार सामने आ जाए।
आपको क्या करना चाहिए? सबसे पहले अपने पोर्टफोलियो की स्थिति देखिए – कौन से शेयर अधिक जोखिम वाले हैं और किसे आप हॉलिडे के बाद रखेंगे। फिर, यदि आपके पास लिक्विडिटी है तो कुछ हिस्सा कैश में रख सकते हैं ताकि अचानक कीमत गिरने पर आप जल्दी‑जल्दी कदम उठा सकें।
एक और टिप – अगर आपको पता चल रहा है कि किसी कंपनी का परिणाम या बड़ा घोषणा छुट्टी के बाद होगी, तो उस इवेंट से पहले बहुत ज़्यादा पोझिशन नहीं लेनी चाहिए। क्योंकि कीमत में गैप आने की संभावना रहती है और आप अनजाने में नुकसान उठा सकते हैं।
संक्षेप में, स्टॉक मार्केट हॉलिडे को समझना आपके ट्रेडिंग प्लान को बेहतर बनाता है। छुट्टियों के दिन बाजार बंद रहता है, लेकिन समाचार तो चलता रहता है। इसलिए जानकारी रखें, अपनी पोर्टफोलियो रणनीति तैयार रखें और कब एंट्री/एक्ज़िट करनी है, इसे पहले से तय कर लें। इस तरह आप हॉलिडे के बाद भी शांति से अपने निवेश को संभाल पाएँगे।
Stock Market Holiday: महावीर जयंती पर 10 अप्रैल को NSE-BSE बंद, कमोडिटी की शाम की ट्रेडिंग चालू

महावीर जयंती पर 10 अप्रैल 2025 को NSE और BSE में सभी सेगमेंट्स में ट्रेडिंग बंद रही। इक्विटी, F&O, करेंसी और SLB पूरे दिन ठप रहे, जबकि कमोडिटी डेरिवेटिव्स का शाम का सत्र 5 बजे से 11:30/11:55 बजे तक सामान्य रहा। यह अप्रैल की तीन एक्सचेंज छुट्टियों में पहली थी। बंदी ऐसे समय आई जब ग्लोबल बाजारों में टैरिफ को लेकर अनिश्चितता और उतार-चढ़ाव बढ़ा हुआ था।
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