ट्रम्प टैरिफ: क्या है और क्यों महत्त्वपूर्ण?
जब हम ट्रम्प टैरिफ, डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में लागू किए गए आयात शुल्क. Also known as Trump Tariffs, it reshaped US trade policy. इस नीति को समझने में तीन जुड़े हुए विचार मदद करते हैं: ट्रेड वार, देशों के बीच टैरिफों से उत्पन्न प्रतिस्पर्धी तनाव, कस्टम ड्यूटी, आयात वस्तु पर लगा सरकार का कर और वैश्विक अर्थव्यवस्था, दुनिया भर के बाजार और निवेश पर टैरिफ का कुल प्रभाव. ये तीनों मिलकर बताते हैं कि ट्रम्प टैरिफ केवल एक कर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार के नियमों को बदलने वाला उपकरण है. जब अमेरिकी सरकार ने स्टील और एल्युमीनियम पर 25% की ड्यूटी लगाई, तो यूरोपीय और एशियन कंपनियों को अपनी लागत बढ़ती दिखी, जिससे कई उद्योगों में उत्पादन कम हुआ और शेयर बाजार में उतार‑चढ़ाव आया.
टैरिफ, ट्रेड वार और आर्थिक माहौल के बीच संबंध
ट्रम्प टैरिफ का प्रमुख लक्ष्य महाद्वीपीय प्रतिस्पर्धा को संतुलित करना कहा गया, लेकिन वास्तविकता में यह अक्सर ट्रेड वार की लहर लाता है. उदाहरण के तौर पर, जब US ने चीन से सिलिकॉन वैलेस पर अतिरिक्त कर लगाए, तो चीन ने वही कदम उत्तर कोरिया और यूरोप पर उठाया, जिससे द्विपक्षीय समझौते टुट गए. इस चक्र में कस्टम ड्यूटी कंपनियों की लागत संरचना बदल देती है, जिससे उपभोक्ता कीमतें बढ़ती हैं और मुनाफा घटता है. यही कारण है कि कई भारतीय कंपनियों ने अपने आयात स्रोत बदल लिए या स्थानीय उत्पादन बढ़ाया, जैसा कि हमारे लेख "डोनाल्ड ट्रम्प ने H-1B वीज़ा पर $100,000 शुल्क लागू" में उल्लेखित है.
इन सभी बिंदुओं को देख कर साफ़ हो जाता है कि ट्रम्प टैरिफ केवल एक व्यापारिक नीति नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक स्थिरता को प्रभावित करने वाला एक बड़ा कारक है. नीचे आप पाएँगे विभिन्न लेख जो इस टैरिफ की विभिन्न परतों को उजागर करते हैं – चाहे वह स्टॉक मार्केट पर असर हो, जैसे "Stock Market Holiday: महावीर जयंती पर 10 अप्रैल को NSE‑BSE बंद", या अंतरराष्ट्रीय शिक्षा वीज़ा पर प्रभाव जैसा कि "डोनाल्ड ट्रम्प ने H‑1B वीज़ा पर $100,000 शुल्क लागू" में बताया गया. इन लेखों में आप देखेंगे कि टैरिफ कैसे कंपनियों की रणनीति बदलते हैं, कैसे निवेशकों के पोर्टफोलियो प्रभावित होते हैं, और किस तरह से सरकारें अपने आर्थिक लक्ष्य हासिल करने के लिए टैरिफ को टूल बनाती हैं.
अब आप इस पेज पर नीचे सूचीबद्ध लेखों में डुबकी लगा सकते हैं, जहाँ ट्रम्प टैरिफ से जुड़ी हर प्रमुख खबर, विश्लेषण और भविष्य की संभावनाएँ आपके सामने होंगी. यह गाइड आपको टैरिफ की बारीकियों को समझने और अपने निर्णयों में सही दिशा खोजने में मदद करेगा.
ट्रम्प की फार्मा टैरिफ से भारतीय शेयरों में हुई उछाल: क्या मार्केट फिर से स्थिर हो सकता है?

अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने 1 अक्टूबर 2025 से फार्मास्यूटिकल आयात पर 100% टैरिफ लगाया, जिससे भारतीय फार्मा शेयर 26 सितंबर को गिरे। परन्तु बाजार में धीरे‑धीरे सुधार दिख रहा है। इस लेख में टैरिफ का असर, निवेशकों की प्रतिक्रिया और संभावित पुनर्प्राप्ति के संकेतों को विस्तार से समझाया गया है।
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